समर सिंह 55 साल की उम्र में अपनी पत्नी को पीठ पर बिठाकर एक्सरसाइज करते हुए।
हरियाणा में झज्जर के रहने वाले समर सिंह की फिटनेस के सोशल मीडिया पर खूब चर्चे हो रहे हैं। 55 की उम्र में 60 किलो वजनी समर सिंह जब 75 किलो की पत्नी सुदेश के साथ एक्सरसाइज करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तो कमेंट्स की बौछार हो जाती है।
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बाघपुर गांव के समर सिंह दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं और वर्तमान में सुल्तानपुरी में तैनात हैं। वे 100 से ज्यादा तरह की टफ एक्सरसाइज के वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाल चुके हैं। 3 मिनट में 100 दंड लगा देते हैं। 1 मिनट 1 सेकेंड में सांस रोककर 101 सपाटे मारते हैं। 4 मिनट 25 सेकेंड सांस रोकने की महारत भी हासिल है। 5 फीट 9 इंच लंबे कद के समर सिंह कहते हैं- “याद नहीं मैं कब बीमार हुआ था।”
2001 में संसद पर हुए हमले में उनकी टांग में गोली लगी थी। बावजूद इसके समर सिंह का फिटनेस के प्रति जुनून कम नहीं हुआ। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में उन्होंने बताया कि फिटनेस का जुनून तब से है, जब वो पांचवीं कक्षा में पढ़ते थे। दादा रणजीत सिंह उन्हें झज्जर के एक गुरुकुल में लेकर जाते थे, जहां योग और व्यायाम के कैंप लगाए जाते थे। उनकी पत्नी सुदेश 12वीं पास हैं और वे भी हर दिन उनके साथ एक्सरसाइज करती हैं।

समर सिंह और उनकी पत्नी सुदेश दोनों एक साथ प्रतिदिन एक्सरसाइज करते हैं।
अब जानिए समर सिंह में कैसा हुनर, क्या है खुराक और दिनचर्या…
अभ्यास: बिना हाथ उठाए 850 दंड लगा चुके समर सिंह ने 20 साल की उम्र में 3 मिनट 45 सेकेंड तक अपनी सांस रोकी थी, जो एक असाधारण उपलब्धि है। सामान्यतः इंसान 30 से 45 सेकेंड ही सांस रोक सकता है। 73 दिन पहले भी उन्होंने 3 मिनट 1 सेकेंड तक सांस रोकी थी। 21 फरवरी को इन्होंने सोशल मीडिया पर देखा कि किसी ने 4 मिनट 14 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद समर भी प्रैक्टिस में जुट गए।
इसी साल 25 जुलाई को चारपाई पर 4 मिनट 25 सेकेंड तक अपनी सांस रोककर सबको हैरान कर दिया। वे 3 मिनट 3 सेकेंड में 100 दंड लगा लेते हैं। जवानी के दिनों में उन्होंने 18.5 मिनट में 550 दंड और 1988 में पढ़ाई के दौरान बिना हाथ उठाए 850 दंड लगाई थी। अब 6 फुट ऊपर से टांग घूमा लेते हैं और पेड़ पर चढ़कर एल शेप बनाकर काफी देर तक स्थिर रहते हैं।

समर सिंह हर चैलेंज को स्वीकार कर पूरा करते हैं।
खुराकः सुबह दो केले-तीन पाव दूध का शेक, सोने से पहले आधा किलो दूध समर सिंह की फिटनेस का राज उनकी अनुशासित दिनचर्या और पौष्टिक शाकाहारी आहार में छिपा है। वे सुबह 4 बजे उठकर पानी पीते हैं और फिर घूमने निकल जाते हैं। पार्क में वे करीब एक घंटा दंड-बैठक, मोर चाल, हैंड स्टैंड चाल और पुशअप्स जैसी एक्सरसाइज करते हैं। वे अपने खान-पान में दूध, दही और घी का जमकर इस्तेमाल करते हैं। सुबह वर्कआउट के बाद वे दो केले और तीन पाव दूध का शेक पीते हैं।
दिन में अंकुरित मूंग और चने खाते हैं और सिर्फ एक बार चाय पीते हैं। रात में खाना खाने के बाद आधा किलो दूध पीकर सोते हैं। ऑर्गेनिक हरी सब्जियों का सेवन करते हैं, जिन्हें वे अपने घर के नजदीक ही उगाते हैं। स्वास्थ्य इतना अच्छा है कि उन्हें याद भी नहीं कि वे आखिरी बार कब बीमार हुए थे।
चर्चा मेंः 55 की उम्र में फिटनेस इन्फ्लुएंसर बने जनवरी 2025 में समर सिंह ने बेटे राहुल के कहने पर इंस्टाग्राम पर फिटनेस वीडियो बनाना शुरू किया। बेटे ने प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस उम्र में उनकी फिटनेस देखकर बहुत से लोग प्रेरित होंगे। पिछले 9 महीनों में उन्होंने 100 प्रकार की एक्सरसाइज के 280 वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड किए हैं।
उनकी पत्नी भी इन वीडियो में उनके साथ सहयोग करती हैं और आजकल खुद भी वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज कर रही हैं। समर सिंह अपनी वीडियो खुद एडिट करते हैं, जबकि उनकी पत्नी और बेटा शूटिंग में उनकी मदद करते हैं। वे ज्यादातर वीडियो बहादुरगढ़ के ओमेक्स पार्क या अपने घर पर शूट करते हैं।

पेड़ से लटककर एक्सरसाइज करते समर सिंह।
समर सिंह के नाम साहसिक कार्य और बहादुरी के भी रिकॉर्ड…
- बॉलीवुड एक्टर का चालान काटा: 2011 में डर्टी फिल्म की प्रमोशन के लिए इमरान हाशमी दिल्ली के कनॉट प्लेस के इनर सर्कल एरिया में पहुंचे थे। इस दौरान उनके को-एक्टर गाड़ी चला रहे थे। समर सिंह बताते हैं कि उस दौरान वो सब इंस्पेक्टर की पोस्ट पर थे। भीड़ में लापरवाही से गाड़ी चलाई जा रही थी, इसलिए उन्होंने 184 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत इमरान हाशमी का चालान काट दिया।
- उपहार सिनेमा अग्निकांड (1997): 13 जून, 1997 को दिल्ली के उपहार सिनेमा में लगी आग के दौरान उन्होंने 17 लोगों की जान बचाई और 25 लोगों को रस्सी के सहारे अपने कंधे पर बिठाकर नीचे उतारा। इस बहादुरी के लिए उन्हें सिपाही से हवलदार के पद पर आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन मिला था।
- संसद पर हमले में गोली लगी (2001): 23 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले के दौरान वे राज्यसभा की उपाध्यक्ष नजमा हेपतुल्ला की सुरक्षा में तैनात थे। इस हमले में उनके बाएं पैर में गोली लगी थी और वे 13 दिन तक अस्पताल में रहे। दिल्ली पुलिस ने उन्हें एक और आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन का वादा किया था, जो बाद में नहीं मिला।
- चेन स्नैचर्स को पकड़ा (2003): साल 2003 में छुट्टी पर रहते हुए दिल्ली के नजफगढ़ में उन्होंने निहत्थे होकर दो युवकों को पकड़वाया था, जो एक महिला की चेन छीनकर भाग रहे थे।
- कुख्यात चोर को पकड़ा (1998): 1998 में दिल्ली के हौज खास में अपनी ड्यूटी के दौरान उन्होंने कुख्यात कार चोर अनिल चौहान को पकड़ा था।
- कई पुरस्कारों से सम्मानित: समर सिंह को उनकी बहादुरी और उत्कृष्ट सेवा के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। रोटरी क्लब भी उन्हें सम्मानित कर चुका है। इसके अलावा, साल 1998 में उन्हें राजस्थान से पन्नाधाय पुरस्कार से नवाजा गया था, जो पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी जैसी हस्तियों को भी मिल चुका है।