दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज ने हर किसी को हैरान कर दिया. पहली पारी में फॉलोऑन खाने के बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में गजब का जज्बा दिखाया. वेस्टइंडीज ने पारी से हार का खतरा टाला और भारत को 121 रनों का लक्ष्य दिया है. वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 390 रन बना डाले. सबसे अहम बात यह रही कि वेस्टइंडीज ने अंतिम विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी की.
पहली पारी में फॉलोऑन खाने और 270 रनों से पिछड़ने के बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में दमदार प्रदर्शन किया. हर किसी को लग रहा था कि वेस्टइंडीज की टीम एक पारी से हारेगी, लेकिन जॉन कैंपबेल 115 रन और कप्तान शाई होप 103 रनों ने पारी से हार का खतरा टाल दिया. इसके बाद जस्टिन ग्रीव्स ने अर्धशतक जड़ा. उन्होंने जेडन सील्स 32 के साथ 10वें विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी की. अब भारत को दूसरा टेस्ट जीतने के लिए 121 रन बनाने होंगे.
दूसरी पारी में भारत के लिए कुलदीप कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह ने 3-3 विकेट झटके. वहीं मोहम्मद सिराज को दो सफलता मिलीं. इसके अलावा रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने एक-एक विकेट चटकाया. हालांकि, भारतीय गेंदबाजों को आखिरी विकेट लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी.
चौथी बार फॉलोऑन देने के बाद भी भारत को करनी पड़ रही बल्लेबाजी
शुभमन गिल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. यशस्वी जायसवाल ने 175 रनों की शानदार पारी खेली, इसके बाद कप्तान गिल ने भी शतक जड़ा. उन्होंने नाबाद 129 रन बनाए. भारत ने अपनी पहली पारी 518 रनों पर घोषित कर दी थी. इसके बाद टेस्ट के दूसरे दिन वेस्टइंडीज की पहली पारी शुरू हुई. तीसरे दिन के दूसरे सेशन तक वेस्टइंडीज की पहली पारी 248 रनों पर समाप्त हो गई, तब भारत ने वेस्टइंडीज को फॉलोऑन देने का फैसला किया.
पहली पारी में कुलदीप यादव ने 5 विकेट लिए, रवींद्र जडेजा ने 3 और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया. जिस तरह वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी रही थी, उससे लगा था कि भारत इस टेस्ट को भी पारी से जीतेगा. भारत ने पहली पारी में 270 रनों की बढ़त बनाई थी. इसके बाद भी भारत को दूसरी पारी में बैटिंग करना पड़ रहा है. आखिरी बार ऐसा नवंबर, 2012 में हुआ था. भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा सिर्फ चौथी बार हुआ.