भारत टेलीकॉम सेक्टर में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल दो अहम पहल की शुरुआत करेंगे. पहला इनिशिएटिव देश भर में 98 हजार नए 4G मोबाइल टावर लगाने का है. मिनिस्टर ऑफ कम्युनिकेशन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारत का कोई भी कोना अब कनेक्टिविटी से अछूता नहीं रहेगा.
दूसरी बड़ी उपलब्धि है स्वदेशी 4G नेटवर्क का लॉन्च, जो पूरी तरह भारत में बना, सॉफ्टवेयर-ड्रिवन और क्लाउड-बेस्ड टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है. यह नेटवर्क फ्यूचर के लिए तैयार है और इसे बिना किसी परेशानी के 5G में अपग्रेड किया जा सकता है.
सिंधिया ने बताया कि ये टावर पहले से ही देशभर में 2.2 करोड़ कस्टमर्स को सेवाएं दे रहे हैं, जिससे डिजिटल डिवाइड कम हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘अब बिहार के छात्र ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ पाएंगे, पंजाब के किसान मंडी भाव रियल टाइम में देख पाएंगे, कश्मीर के सैनिक अपने परिवार से कनेक्ट रहेंगे और नॉर्थ ईस्ट के उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय फंडिंग और विशेषज्ञता तक पहुंच मिलेगी.’
यह रोलआउट भारत के ग्लोबल टेलीकॉम हब बनने के सपने को साकार करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है. आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत BSNL ने पूरी तरह स्वदेशी 4G टेक्नोलॉजी स्टैक तैनात किया है. तेजस नेटवर्क्स का RAN, सी-डॉट का कोर नेटवर्क और टीसीएस द्वारा इसका इंटीग्रेशन किया गया है.
सिंधिया ने बताया कि डिजिटल भारत निधि (DBN) के जरिए 100% 4G सैचुरेशन नेटवर्क का भी उद्घाटन होगा. इस प्रोजेक्ट के तहत करीब 29 हजार गांव कनेक्ट किए जा चुके हैं. खास बात यह है कि यह उपलब्धि BSNL के सिल्वर जुबली यानी 25 साल पूरे होने के मौके पर आ रही है.
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कदम से भारत दुनिया के प्रमुख टेलीकॉम इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग हब्स में शामिल हो गया है. जो काम चार साल पहले असंभव लगता था, आज हकीकत बन चुका है. यह सरकार के सेल्फ-रिलायंस, डिजिटल इनक्लूजन और ग्लोबल लीडरशिप के फोकस को दिखाता है.
सिंधिया ने कहा, ‘1.2 अरब लोगों तक वर्ल्ड-क्लास टेलीकॉम सर्विस पहुंचाना और भारत को टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करना, दोनों उपलब्धियां भारत को ग्लोबल डिजिटल ग्रोथ का ड्राइवर बना रही हैं’
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