बरेली जिले में मौलाना तौकीर रज़ा की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने बरेली में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया है. प्रशासन का कहना है कि शहर में अफवाह फैलने की संभावना को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. इस फैसले से शहर में इंटरनेट से जुड़ी सभी गतिविधियां प्रभावित होंगी, जिसमें मोबाइल डेटा, ब्रॉडबैंड और अन्य इंटरनेट सेवाएं शामिल हैं.
क्यों उठाया गया ये कदम?
जिला प्रशासन और पुलिस ने कहा है कि यह कदम नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अफवाहें फैलने की आशंका थी, जो स्थिति को और तनावपूर्ण बना सकती थीं. इसलिए इंटरनेट बंद करने का निर्णय लिया गया.
पुलिस ने मौलाना तौकीर रज़ा को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. उनके साथ सात अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. यह कार्रवाई तब हुई जब जिले में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विशेष अभियान चलाया गया. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.
बीएसएनएल के जी.एम. पंकज पोरवाल ने बताया कि जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार सभी इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियों ने अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही प्रशासन अनुमति देगा, सेवाएं पुनः शुरू कर दी जाएंगी.
नागरिकों से सहयोग की अपील
सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों के दौरान इंटरनेट बंद करने की यह पहल आमतौर पर अफवाहों को फैलने से रोकने और शांति बनाए रखने के लिए की जाती है. प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है और कहा कि आवश्यक जानकारी के लिए लोग केवल भरोसेमंद स्रोतों पर ही निर्भर करें.
इस कदम से शहर में इंटरनेट पर निर्भर व्यापार, शिक्षा और अन्य सेवाओं पर अस्थायी असर पड़ेगा, लेकिन प्रशासन ने इसे अनिवार्य सुरक्षा उपाय बताया है.
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