पहली बार हुआ जब एक विजेता टीम को ट्रॉफी नहीं सौंपी गई, बल्कि एक अधिकारी उसे धोखे से अपने साथ ले गया. ये ओछी हरकत पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने की, जो पीसीबी के अध्यक्ष भी हैं और एसीसी (एशियाई क्रिकेट काउंसिल) प्रमुख भी. दरअसल भारत के खिलाफ उनके भड़कीले बयान के कारण टीम इंडिया उनके हाथ से ट्रॉफी नहीं लेना चाहती थी, जिसके बाद नकवी ट्रॉफी अपने साथ ले गए. अब इस मामले पर BCCI लीगल एडवाइस ले रहा है.
एबीपी को बीसीसीआई के टॉप सूत्रों ने बताया कि एशिया कप ट्रॉफी को लेकर बीसीसीआई लीगल एडवाइस ले रहा है. इससे पहले मोहसिन नकवी ने कहा था कि ट्रॉफी उनके पास है और टीम इंडिया के कप्तान आकर इसे ले सकते हैं. जबकि बीसीसीआई ने इसके लिए साफ़ मना कर दिया था.
रिपोर्ट के अनुसार एशिया कप ट्रॉफी बुधवार तक एसीसी के ऑफिस में नहीं पहुंची थी, बल्कि ये मोहसिन नकवी के साथ उनके होटल में ही रखी हुई थी. इसे उन्हें एसीसी के ऑफिस पहुंचना था. बता दें कि एशिया कप 2025 की विजेता टीम इंडिया को मोहसिन नकवी अपने हाथ से ट्रॉफी देना चाहते थे, लेकिन सूर्यकुमार यादव एंड टीम ने इससे मना कर दिया. इस विवाद के बाद प्रेस कांफ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने साफ़ किया था कि नकवी से ट्रॉफी लेने का निर्देश उन्हें बीसीसीआई या सरकार से नहीं मिला था, ये उनकी टीम का फैसला था.
एसीसी की बैठक में उठा ट्रॉफी का मुद्दा
एशिया कप फाइनल के बाद 30 सितंबर को हुई एसीसी की अहम् बैठक में ट्रॉफी का मुद्दा उठा. रिपोर्ट के अनुसार मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी बीसीसीआई को देने से मना करते हुए कहा कि कप्तान सूर्यकुमार यादव उनके ऑफिस आकर ट्रॉफी ले सकते हैं. इस पर बीसीसीआई ने साफ़ मना किया और सवाल उठाया कि जब आप ग्राउंड पर थे तब उन्होंने ट्रॉफी नहीं ली तो अब आप क्या सोचते हैं?
अब बीसीसीआई इस मामले में लीगल एडवाइस ले रहा है कि मोहसिन नकवी पर किस तरह से एक्शन लिया जा सकता है और ट्रॉफी को जल्द से जल्द कैसे लाया जाए.