
दिवाली या दीपावली, रोशनी का एक त्योहार है जो अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है और यह हिंदू, जैन और सिख धर्म के लोग बड़े उत्साह से मनाते हैं. यह हिंदू चंद्र कैलेंडर के कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है और लोग अपने घरों को दीये, रंगोली आदि से सजाते हैं और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं.

छोटी दीपावली, जिसे नरक चतुर्दशी और रूप चौदस भी कहते हैं, दीपावली से एक दिन पहले मनाई जाती है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक असुर का वध कर 16,000 कन्याओं को मुक्त कराया था, इसी की याद में इसे मनाया जाता है. इस दिन यमराज की पूजा करके अकाल मृत्यु से मुक्ति पाई जाती है, तथा सुबह सूर्योदय से पहले स्नान कर यम के नाम का चौमुखा दीपक जलाया जाता है.

बड़ी दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है और यह अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है. इस दिन भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तो उनकी खुशी में दीपक जलाकर स्वागत किया गया था और इसी खुशी में इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और यह एक पंच दिवसीय त्योहार है जिसका दूसरा नाम दीपोत्सव है.

बड़ी दीपावली (लक्ष्मी पूजन) अमावस्या को मनाई जाती है, जिसमें माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा होती है और घरों को दीयों से सजाया जाता है, वहीं छोटी दीपावली (नरक चतुर्दशी) कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है, जिसमें नरकासुर के वध की खुशी में दीपक जलाकर यमराज की पूजा की जाती है और यह उत्सव की तैयारी का दिन होता है.

छोटी दिवाली, नरक चतुर्दशी होती है और कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है, जबकि बड़ी दिवाली कार्तिक अमावस्या को मनाई जाती है. छोटी दिवाली पर यम के नाम से दीपक जलाकर यमराज की पूजा होती है और नरकासुर के वध का उत्सव मनाया जाता है. बड़ी दिवाली पर धन की देवी लक्ष्मी, गणेश और सरस्वती की पूजा की जाती है, जिसमें घर-आंगन दीपों से रोशन किए जाते हैं.

छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है और भगवान श्रीकृष्ण द्वारा नरकासुर के वध और कन्याओं की मुक्ति का उत्सव है, जबकि बड़ी दिवाली कार्तिक अमावस्या को होती है, जो देवी लक्ष्मी के आगमन और भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है. छोटी दिवाली एक प्रकार से दिवाली के पांच दिनों के उत्सव का दूसरा दिन होता है, वहीं बड़ी दिवाली मुख्य दिवाली है.
Published at : 06 Oct 2025 02:45 PM (IST)