
यह दिन ग्रह ‘बुध’ का होता है, जो बुद्धि, संवाद और व्यापार के प्रतीक माने जाते हैं. ज्योतिष के अनुसार यह भगवान गणेश का और लाल किताब के अनुसार मां दुर्गा का दिन है. कमजोर स्मरणशक्ति या अस्थिर मन वाले व्यक्तियों को इस दिन उपवास करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है.

भगवान गणेश को मीठा बहुत पसंद है. खासकर मोदक और गुड़ अधिक पसंद है. इसलिए इस दिन गणेश मंदिर में जाकर गुड़ और मोदक का भोग लगाना अत्यंत फलदायी माना जाता है. ऐसा करने से न केवल गणेशजी प्रसन्न होते हैं, बल्कि माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.

हिंदू धर्म की पूजा में गणपति पूजन में दूर्वा चढ़ाना अत्यंत श्रेयस्कर है. बुधवार को भगवान गणेश को 21 दूर्वा चढ़ाना शुभ होता है. दूर्वा उनके सिर पर रखें, चरणों में नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से गणेशजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं.

बुधवार को भगवान गणेश के साथ मां दुर्गा की उपासना भी शुभ मानी जाती है. बुध दोष से मुक्ति के लिए ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का 108 बार जाप करें. साथ ही ‘ॐ गं गणपतये नमः’ या ‘श्री गणेशाय नमः’ का नियमित जाप जीवन की बाधाओं को दूर करता है.

इस दिन हरे मूंग की दाल, अमरूद या तांबे की वस्तुएं किन्नरों को दान करना अत्यंत शुभ फल देता है. गणेश या दुर्गा मंदिर के बाहर बैठी किसी कन्या को साबुत बादाम देना चाहिए. यह उपाय परिवार में स्वास्थ्य और शांति की वृद्धि करता है.

बुधवार को काले कपड़े पहनना अशुभ माना गया है, क्योंकि इससे नकारात्मकता बढ़ती है. इसके विपरीत, हरे रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ होता है. हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक है और इसे पहनने से मन में संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

शमी वृक्ष भगवान गणेश को अत्यंत प्रिय है. बुधवार को गणेशजी की पूजा में शमी के पत्ते अर्पित करने से घर में धन, सुख और समृद्धि की वृद्धि होती है. यह उपाय पारिवारिक कलह को भी समाप्त करता है और शुभ ग्रहों का प्रभाव बढ़ाता है.
Published at : 08 Oct 2025 04:30 AM (IST)