वेस्टइंडीज ने क्रिकेट में नया इतिहास लिख दिया है. वो दुनिया की ऐसी पहली टीम बन गई है, जिसके लिए ODI मैच की पूरी पारी में सभी 50 ओवर स्पिन गेंदबाजों ने फेंके हों. वेस्टइंडीज के लिए दूसरे वनडे में सभी 50 ओवर स्पिनरों ने फेंके, जिनके खिलाफ बांग्लादेश 213 रन ही बना पाई. कैरेबियाई टीम के लिए अकील हुसैन, रॉस्टन चेज, खैरी पिएर, गुडाकेश मोती और एलिक अथानाजे ने 10-10 ओवर किए. पुरुष वनडे क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है.
वेस्टइंडीज टीम ने केवल ऑलराउंडर जस्टिन ग्रीव्स को प्लेइंग इलेवन में बतौर तेज गेंदबाजी विकल्प शामिल किया था. पूरे 50 ओवरों में वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने उनसे गेंदबाजी ही नहीं कारवाई. एलिक अथानाजे आमतौर पर वनडे मैचों में पूरे 10 ओवर नहीं फेंकते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने 10 ओवर में सिर्फ 14 रन देकर 2 विकेट लिए. गुडाकेश मोती टीम के सबसे महंगे लेकिन सबसे सफल गेंदबाज भी रहे. उन्होंने 6.50 के इकॉनमी रेट से 10 ओवरों में 65 रन देकर 3 विकेट लिए.
ये वही पिच पर है, जहां दोनों टीमों का पहला वनडे मैच खेला गया था. उस मुकाबले में रिशाद हुसैन के 6 विकेट के दम पर बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 74 रनों से हराया था. इस बार वेस्टइंडीज ने स्पिन डॉमिनेंट टीम चुनी और उसकी ये रणनीति बहुत हद तक कारगर भी सिद्ध हुई है.
एक वनडे पारी में स्पिनरों द्वारा सबसे ज्यादा ओवर
इससे पहले किसी एक वनडे पारी में स्पिनरों द्वारा सबसे ज्यादा ओवर करने का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम था. 1996 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ODI मैच में श्रीलंका के स्पिनरों ने 44 ओवर फेंके थे. इस लिस्ट के पहले 9 स्थानों में से 8 श्रीलंका के पास हैं. श्रीलंका कई बार वनडे पारी में 40 से ज्यादा ओवर स्पिनरों से करवा चुकी है. वहीं भारत के लिए 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 41.2 ओवर स्पिन गेंदबाजों ने किया था.
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