बिहार में चुनावी बिगुल बज चुका है. तारीखों के ऐलान के बाद से सभी सियासी पार्टियों ने अपना चुनावी प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी है. सियासी हलकों में प्रशांत किशोर की एंट्री ने खलबली मचा दी है, क्योंकि वो युवाओं में काफी लोकप्रिय बताए जा रहे हैं.
एक पॉडकास्ट में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मैं मुसलमानों को डंके की चोट पर कहता हूं कि आपको वोट आरजेडी को देना है तो दो, प्रशांत किशोर की बात मानो या मानो, लेकिन जो बात आपके पैंगबर साहब ने बताई है, जो बात इस्लाम में कही गई है, सियासी मामलों के बारे में.. कम से कम उस पर तो गौर फरमाइए.
कुरान का हवाला देते हुए क्या बोले प्रशांत किशोर ?
कुरान का हवाला देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पैंगबर साहब ने कहा है कि जिस कौम को अपने रहनुमाओं की समझ ना हो, उसके ऊपर जालिम हुक्मरानों को मुसल्लत (थोपना, थोप) दिया जाता है. अब अगर मुसलमान कह रहे हैं कि आज के हुक्मरान जालिम हैं तो फिर पैंगबर साहब की बात पर गौर करो, जिसमें उन्होंने कहा है कि जालिम हुक्मरां आप पर तब मुसल्लत किए जाएंगे, जब आप गलत रहनुमाओं को चुनेंगे. जब आप खुद कहते हैं कि रहनुमा जालिम हैं तो इसका मतलब ये हुआ कि आपने अपना चुनाव खुद गलत किया.
‘बीजेपी के डर से लालटेन को वोट कर रहे’
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि कुरान की शुरुआत का पहला शब्द है इकरा. जिसके मायने हैं पढ़ो और ज्ञान अर्जित करो. जिस कौम की सबसे पवित्र किताब की शुरुआत ही इस शब्द से होती है कि पढ़ो, वो कौम आज अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता ही नहीं कर रही. अपने बच्चों की अच्छी परवरिश और उनके साथ इंसाफ. ये अल्लाह का हुक्म है मुसलमानों के लिए, लेकिन आपके बच्चों को जिन्होंने अनपढ़ मजदूर बनाया है, उन बच्चों की फिक्र ना कर बीजेपी के डर से लालटेन को वोट कर रहे हैं. प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार में मुसलमान सिर्फ बीजेपी के डर से राजद को वोट करते हैं, जबकि मुसलमान कहते हैं कि हम अल्लाह के अलावा किसी से नहीं डरते.
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