गुरुग्राम में टेनिस प्लेयर राधिका मर्डर केस में पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
गुरुग्राम में नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी करके जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में राधिका के पिता दीपक यादव को आरोपी बनाया गया है और हत्या की वजह मान-सम्मान बताई गई है।
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10 जुलाई 2025 को सेक्टर 57 स्थित अपने घर में राधिका यादव (28) की उनके पिता दीपक यादव ने 4 गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। उस समय राधिका किचन में खाना बना रही थीं। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने दीपक को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने हत्या के लिए इस्तेमाल की गई लाइसेंसी बंदूक को भी जब्त कर लिया था और इसे सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया है।
ताबड़तोड़ मारी थी गोलियां
पुलिस का कहना है दीपक ने गुस्से में आकर अपनी लाइसेंसी बंदूक से राधिका पर ताबड़तोड़ गोलियां दागी थी, जिसमें से 4 गोलियां उसे लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में दीपक ने स्वीकार किया था कि उन्होंने अपनी बेटी को गोली मारी, क्योंकि गांव के लोग उन्हें ताने मारते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई पर जी रहे हैं। इस ताने ने उनके मन में गहरी नाराजगी पैदा की थी।

गुरुग्राम में टेनिस प्लेयर राधिका मर्डर केस में पुलिस ने उसके पिता दीपक यादव को मौके से गिरफ्तार कर लिया था।
होनहार टेनिस खिलाड़ी थी
राधिका एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। हालांकि, खेल के दौरान कंधे में चोट लगने के बाद वह प्रतिस्पर्धी टेनिस से दूर हो गई थीं और अपने घर के पास एक एकेडमी में कोर्ट किराए पर लेकर युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रही थीं।
लोगों के ताने सुनने के बाद दीपक ने अपनी बेटी से यह काम बंद करने को कहा था, लेकिन राधिका ने उनकी बात नहीं मानी। पुलिस के अनुसार बार-बार की अनबन और राधिका का अपनी राह पर चलते रहना ही हत्या का कारण बना।
चार्जशीट में क्या है?
तीन महीने तक चली जांच के बाद सेक्टर 56 थाना पुलिस ने शुक्रवार को जिला अदालत में 420 पेज की चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट में बताया गया है कि पिता और बेटी के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था। दीपक ने कई बार राधिका को घर से बाहर जाने और कोचिंग देने से मना किया था।
सूत्रों के अनुसार चार्जशीट में इस बात का जिक्र भी किया गया है कि राधिका और उनके पिता के बीच हत्या से पहले कई बार झगड़े हुए थे। दीपक का मानना था कि बेटी की स्वतंत्रता और उसका प्रशिक्षण देना उनके परिवार के मान-सम्मान को ठेस पहुंचा रहा था। चार्जशीट में यह स्पष्ट किया गया है कि हत्या का कारण मान-सम्मान से जुड़ा था, न कि किसी शादी या प्रेम प्रसंग से।
पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ की, लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई ठोस जानकारी देने से इनकार कर दिया। परिवार का कहना था कि उन्हें पिता और बेटी के बीच हुए विवाद की वजह का पता नहीं है।
17 अक्टूबर को होगी सुनवाई
दीपक यादव के वकील एडवोकेट श्यामबीर सिंह का कहना है कि चार्जशीट पर अगली सुनवाई 17 अक्टूबर 2025 को होनी है। अभी तक उन्हें कोर्ट से चार्जशीट की कॉपी नहीं मिली है और कागजात मिलने के बाद ही वह इस मामले में कोई टिप्पणी कर पाएंगे।
