Cooking Vegetables Without Nutrient Loss: क्या आप भी इन 7 सब्जियों को गलत तरीके से बनाती हैं? आज ही जान लें सही तरीका

Cooking Vegetables Without Nutrient Loss: क्या आप भी इन 7 सब्जियों को गलत तरीके से बनाती हैं? आज ही जान लें सही तरीका


पत्ता गोभी को अक्सर भारी मसालों के साथ और ज्यादा देर तक पकाया जाता है. ऐसा करने से इसमें मौजूद विटामिन C और ग्लूकोसिनोलेट्स जैसे तत्व नष्ट हो जाते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद करते हैं. इसे हेल्दी बनाए रखने के लिए हल्का-सा स्टर-फ्राई या स्टीम करना बेहतर है.

पत्ता गोभी को अक्सर भारी मसालों के साथ और ज्यादा देर तक पकाया जाता है. ऐसा करने से इसमें मौजूद विटामिन C और ग्लूकोसिनोलेट्स जैसे तत्व नष्ट हो जाते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद करते हैं. इसे हेल्दी बनाए रखने के लिए हल्का-सा स्टर-फ्राई या स्टीम करना बेहतर है.

दूसरे नम्बर पर भिंडी का नाम आता है. इसमें मौजूद चिपचिपापन कम करने के लिए कई लोग ज्यादा तलते या पकाते हैं. लेकिन इससे इसमें मौजूद फाइबर और विटामिन A व C काफी कम हो जाते हैं. सही तरीका है कि भिंडी को धोने के बाद अच्छे से सुखाकर मध्यम आंच पर थोड़े तेल के साथ पकाएं.

दूसरे नम्बर पर भिंडी का नाम आता है. इसमें मौजूद चिपचिपापन कम करने के लिए कई लोग ज्यादा तलते या पकाते हैं. लेकिन इससे इसमें मौजूद फाइबर और विटामिन A व C काफी कम हो जाते हैं. सही तरीका है कि भिंडी को धोने के बाद अच्छे से सुखाकर मध्यम आंच पर थोड़े तेल के साथ पकाएं.

पालक को ज्यादातर लोग उबालते या देर तक पकाते हैं. इस वजह से इसमें मौजूद आयरन, फोलेट और विटामिन C नष्ट हो जाते हैं. रंग भी फीका पड़ जाता है और आयरन शरीर में अवशोषित नहीं हो पाता है. बेहतर तरीका है कि पालक को जल्दी से उबाल लें या हल्के तेल में थोड़ी देर तल लें.

पालक को ज्यादातर लोग उबालते या देर तक पकाते हैं. इस वजह से इसमें मौजूद आयरन, फोलेट और विटामिन C नष्ट हो जाते हैं. रंग भी फीका पड़ जाता है और आयरन शरीर में अवशोषित नहीं हो पाता है. बेहतर तरीका है कि पालक को जल्दी से उबाल लें या हल्के तेल में थोड़ी देर तल लें.

लौकी को लोग अक्सर ज़्यादा उबाल देते हैं या भारी ग्रेवी में इतना पका देते हैं कि उसका मूल स्वाद और गुण दोनों ही खो जाते हैं. इसे हल्के मसालों जैसे जीरा, अदरक और धनिया के साथ सौते या स्टीम करना ही सबसे अच्छा तरीका है.

लौकी को लोग अक्सर ज़्यादा उबाल देते हैं या भारी ग्रेवी में इतना पका देते हैं कि उसका मूल स्वाद और गुण दोनों ही खो जाते हैं. इसे हल्के मसालों जैसे जीरा, अदरक और धनिया के साथ सौते या स्टीम करना ही सबसे अच्छा तरीका है.

सहजन की फलियां यानी ड्रमस्टिक को ज्यादातर लोग सांभर या करी में डालकर देर तक पकाते रहते हैं. ऐसा करने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, आयरन और कैल्शियम कम हो जाते हैं. अगर आप इसको सही तरीके से पकाना चाहते हैं, तो पत्तियों को भी हल्का भूनना ही सही रहता है ताकि उसका पोषण और स्वाद दोनों बने रहें.

सहजन की फलियां यानी ड्रमस्टिक को ज्यादातर लोग सांभर या करी में डालकर देर तक पकाते रहते हैं. ऐसा करने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, आयरन और कैल्शियम कम हो जाते हैं. अगर आप इसको सही तरीके से पकाना चाहते हैं, तो पत्तियों को भी हल्का भूनना ही सही रहता है ताकि उसका पोषण और स्वाद दोनों बने रहें.

करेले की कड़वाहट कम करने के लिए कई लोग इसे ज्यााद तल देते हैं या उस पर बहुत नमक छिड़कते हैं. लेकिन ऐसा करने से इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व खत्म हो जाते हैं. इसे भूनना या हल्का स्टीम करना बेहतर रहता है.

करेले की कड़वाहट कम करने के लिए कई लोग इसे ज्यााद तल देते हैं या उस पर बहुत नमक छिड़कते हैं. लेकिन ऐसा करने से इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व खत्म हो जाते हैं. इसे भूनना या हल्का स्टीम करना बेहतर रहता है.

चुकंदर को ज़्यादा देर तक उबालने से इसका मिट्टी जैसा मीठा स्वाद फीका पड़ जाता है. साथ ही इसमें मौजूद बेटालाइन एंटीऑक्सीडेंट्स भी कम हो जाते हैं. चुकंदर को हल्का-सा भूनना या बस इतना ही स्टीम करना चाहिए कि वह नरम हो जाए.

चुकंदर को ज़्यादा देर तक उबालने से इसका मिट्टी जैसा मीठा स्वाद फीका पड़ जाता है. साथ ही इसमें मौजूद बेटालाइन एंटीऑक्सीडेंट्स भी कम हो जाते हैं. चुकंदर को हल्का-सा भूनना या बस इतना ही स्टीम करना चाहिए कि वह नरम हो जाए.

Published at : 14 Oct 2025 01:08 PM (IST)



Source link

Leave a Reply