हर किसी की लाइफ में एक न एक बॉस जरूर होता है. कुछ लोगों के लिए वो मोटिवेशन बनते हैं, तो कुछ के लिए तनाव का कारण, कई बार बॉस आपके टैलेंट पर भरोसा करते हैं, आपको आगे बढ़ने का मौका देते हैं. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है, जब वही बॉस बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देने लगते हैं, बात-बात पर मानसिक दबाव बनाते हैं, और ऑफिस का माहौल मूशिकल बना देते हैं.
हर साल 16 अक्टूबर को वर्ल्ड बॉस डे मनाया जाता है. इस दिन का मकसद अच्छी लीडरशिप और काम की जगह पर पॉजिटिव माहौल को सेलिब्रेट करना होता है. लेकिन इसी मौके पर एक जरूरी बात करना भी जरूरी है. जब बॉस अच्छा न हो, जब बॉस आपकी मेहनत की कद्र न करें, बल्कि नौकरी से निकालने की धमकी दे, तब आप क्या करें. अगर आप भी ऐसी ही किसी स्थिति से जूझ रहे हैं, तो चिंता करने की जरूरत नहीं, भारत सरकार ने कर्मचारियों के हक की रक्षा के लिए एक शानदार पहल की है. तो चलिए जानते हैं कि बॉस बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देता है तो उसकी शिकायत कैसे कर सकते हैं.
कैसे कर सकते हैं बॉस की शिकायत?
अगर आपका बॉस आपको बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देता है, मानसिक रूप से परेशान करता है, या आपको जबरदस्ती जॉब छोड़ने पर मजबूर करता है तो आप भारत सरकार ने कर्मचारियों के हक की रक्षा के लिए जारी समाधान पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं. समाधान पोर्टल भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत शुरू की गई एक ऑनलाइन सुविधा है, जहां कोई भी कर्मचारी अपनी कंपनी या नियोक्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकता है.
किन मामलों की शिकायत कर सकते हैं?
समाधान पोर्टल पर आप बार-बार नौकरी छोड़ने का दबाव बनाना, बिना किसी कारण के नौकरी से निकाल देना, सैलरी समय पर न देना या सैलरी ना देना, ऑफिस में मेंटल हैरेसमेंट या धमकी देना, गलत तरीके से टर्मिनेशन करना और सेवा समाप्ति से जुड़ी शिकायतें कर सकते हैं.
शिकायत दर्ज कराने का तरीका
बॉस बार-बार नौकरी से निकालने की धमकी देता है और अगर आप भी शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं, तो सबसे पहले https://samadhan.labour.gov.in/ वेबसाइट खोलें. अगर आपने पहले से अकाउंट नहीं बनाया है तो नया अकाउंट बनाएं या मोबाइल नंबर से लॉगिन करें. इसके बाद ओटीपी के जरिए अपने मोबाइल नंबर को वेरीफाई करें. अब आपको एक ऑनलाइन फॉर्म मिलेगा जिसमें आपको अपनी जानकारी, कंपनी की जानकारी, शिकायत का पूरा विवरण, जो भी डॉक्यूमेंट हों जैसे अपॉइंटमेंट लेटर, टर्मिनेशन लेटर आदि उन्हें अपलोड करें.फॉर्म जमा करने के बाद आपको एक Dispute ID मिलेगा जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकें.
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