बेटे और पति राहुल मान के साथ हरियाणा की पूर्व वर्ल्ड नंबर वन पहलवान सरिता मोर।
हरियाणा के सोनीपत की पूर्व विश्व नंबर-1 रेसलर सरिता मोर जल्द ही मैट पर वापसी करना चाहती हैं। 7 अक्टूबर को ही उन्होंने बेटे को जन्म दिया। अभी बेटे का नामकरण नहीं हुआ है। एक सप्ताह बाद ही सरिता फिटनेस पर ध्यान देने लगी हैं। पति राहुल मान खुद इंटरनेशनल
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सरिता कहती हैं- जब मैरी कॉम मां बनने के बाद बॉक्सिंग में 3 बार विश्व चैंपियन बन सकती हैं, तो मैं क्यों नहीं। 7 अक्टूबर को सरिता ने उन्होंने सोशल मीडिया पर बेटे के जन्म की जानकारी साझा करते हुए लिखा था- “नई जर्नी शुरू…वेलकम टू द वर्ल्ड, अवर बेबी ब्वाय। अब बेटे के जन्म के बाद सरिता एक नई जंग की तैयारी कर रही हैं- मैट पर वापसी की। पति राहुल मान ने दैनिक भास्कर एप से बातचीत में कहा- प्रसवोत्तर समय पूरा होने के बाद सरिता कुश्ती में दोबारा उतरेंगी। उनका लक्ष्य ओलिंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीतना है।

पति राहुल मान और सरिता मोर की बेटे के साथ फोटो।
अब जानिए…फिटनेस के लिए क्या कर रहीं सरिता मोर
डाइट प्लान फॉलो कर रहीं, पंजीरी-गूंद के लड्डू पर कंट्रोल: हरियाणा में प्रसव के बाद के 40 दिनों को सूतक या चालीसा कहते हैं। इन दिनों में आमतौर पर प्रसूता को खूब घी-मेवे-पंजीरी खिलाई जाती है। जिससे आमतौर पर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। सरिता ऐसा टाइट प्लान फॉलो कर रही हैं कि ज्यादा वजन न बढ़े। पति राहुल खुद इसका ध्यान रख रहे हैं। राहुल ने बताया कि वेट ना बढ़े इसके लिए डायटीशियन की ओर से दिया गया डाइट चार्ज फॉलो किया जा रहा है। डिलीवरी के बाद खाने में पंजीरी व गूंद के लड्डू का प्रयोग नाम मात्र ही किया जा रहा है।

सरिता बेटे के जन्म के बाद फिटनेस पर ध्यान दे रही हैं, इसके लिए वार्मअप एक्सरसाइज कर रही हैं।
- 88 किलो वेट अब 76 रह गया, इसे 57 तक लाने की कोशिश: डिलीवरी से पहले उनका वजन 88 किलो तक पहुंच गया था। डिलीवरी के बाद 76 किलो हो गया। अब कुछ दिनों में 66 किलो के आसपास वजन करने प्रयास रहेगा। फिर इसे 57 तक लाने की योजना है। कोशिश है कि 57, 59 या फिर 62 किलो वेट कैटेगरी में कमबैक किया जाए। ओलिंपिक में 57 या 62 किलो में ही कुश्ती है। सरिता ने आखिरी बार वर्ष 2024 में सीनियर एशियन, वर्ल्ड रैंकिंग कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लिया था। उन्होंने सीनियर नेशनल में रजत पदक भी जीता था।
- 59 किलो भार वर्ग में वर्ल्ड नंबर-1 रहीं: सरिता मोर भारतीय महिला कुश्ती की प्रमुख चेहरों में से एक हैं। उन्होंने 2022 में विश्व रैंकिंग में 59 किलोग्राम वर्ग में नंबर-1 स्थान हासिल किया था और एशियाई चैंपियनशिप में चार पदक जीते हैं। 2021 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

गीता फोगाट ने बेटे के जन्म के बाद कमबैक किया, 30 किलो वजन घटाया राहुल बताते हैं कि कॉमनवेल्थ में देश की पहली गोल्ड मेडल विजेता रेसलर गीता फोगाट ने भी वर्ष 2021 में बेटे के जन्म के बाद खेल में कमबैक किया था। गोंडा में हुई नेशनल प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था। उन्होंने बताया कि गीता को इस प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में सरिता ने ही हराया था।
वहीं, गीता ने 30 किलोग्राम से ज्यादा वजन तोड़कर 59 केजी वेट कैटेगरी में कमबैक करते हुए रजत पदक जीता था। वैसे मां बनने के बाद सबसे अच्छा कमबैक बॉक्सर मैरी कॉम ने किया था। 2014 एशियाई खेल में मैरी कॉम ने बच्चे के जन्म के बाद दो साल की छुट्टी के बाद वापसी करते हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता।

गीता फोगाट ने दिसंबर 2019 में बेटे को जन्म दिया था।
अब पढ़िए….सरिता के वैवाहिक जीवन से मां बनने तक का सफर
- 2017 में अंतरराष्ट्रीय पहलवान राहुल मान के साथ शादी: सरिता ने एक मार्च 2017 में दिल्ली के खेड़ा गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान राहुल मान के साथ शादी की थी। राहुल, सरिता के कोच भी हैं। वर्तमान में राहुल रेलवे में नौकरी करते हैं। सरिता 3 साल पहले विश्व कुश्ती रैंकिंग में नंबर-1 पर रही हैं। एशियाई चैंपियनशिप में कई बार पदक जीत चुकी हैं।
- 7 अक्टूबर को सरिता ने दिया बेटे को जन्म: सरिता मौर ने 7 अक्टूबर को बेटे को जन्म दिया था। सरिता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दो पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी थी। लिखा था- नई जर्नी शुरू। हालांकि उन्होंने अपने बेटे का चेहरा नहीं दिखाया। इसे इमोजी से छिपा दिया था। फेसबुक अकाउंट पर डाली इस फोटो में सरिता और उनके पति राहुल मान काफी खुश नजर आ रहे थे। यह दोनों की पहली संतान है। बेटे के साथ दोनों की फोटो हॉस्पिटल के अंदर की थी। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें बधाई देने लग गए थे।

सरिता ने मार्च 2017 में कोच राहुल मान के साथ शादी की थी। (इस तस्वीर में सरिता के साथ उनकी सास किताब कौर और ससुर प्रेम सिंह मान भी है)
बेटे के जन्म पर सरिता ने लगातार दो पोस्ट साझा की थी बेटे के जन्म पर सरिता मोर ने फेसबुक पर दो पोस्ट साझा की थी। एक पोस्ट में लिखा, विद ब्लेसिंग्स ऑफ गॉड एंड विश ऑफ यू ऑल, वी हैव बीन बलेस्ड बाई ए बेबी ब्वाय। ए न्यू जर्नी बिगिन्स,फिल्ड विद टिनी फीट एंड एंडलैस लव, वेलकम टू द वर्ल्ड, अवर बेबी ब्वाय। वहीं दूसरी पोस्ट में उन्होंने संस्कृत का एक श्लोक साझा किया, जिसमें लिखा है- ओइम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ।

बेटे के जन्म के बाद सरिता ने पोस्ट की थी।
प्रेग्नेंसी के वक्त सरिता ने फेसबुक पर की थी पोस्ट प्रेग्नेंसी के दौरान भी सरिता ने दो पोस्ट की थी। एक पोस्ट में लिखा था कि ताकत रुकती नहीं, बल्कि रूपांतरित होती है। कुश्ती के मैदान से लेकर मातृत्व के सफर तक, हर पड़ाव एक जंग है, हर कदम एक जीत। कभी कुश्ती में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी रही, आज मैं मां बनने के बाद अब तक की सबसे खूबसूरत चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हूँ।दूसरी पोस्ट में लिखा था- हर चैंपियन के पीछे कोई न कोई ऐसा होता है जो विश्वास करता है, साथ देता है और आगे बढ़ाता है। मैट पर और मैट के बाहर, दोनों जगह मेरी ताकत बनने के लिए शुक्रिया। यह सफर हमारा है।

सरिता ने प्रेग्नेंसी के समय पोस्ट कर लिखा था- ताकत रुकती नहीं बल्कि रूपांतरित होती है।
कबड्डी प्लेयर से अंतरराष्ट्रीय पहलवान बनने का सफर…
- कबड्डी खेलते हुए पहलवानी शुरू की: सरिता मोर का जन्म 16 अप्रैल 1995 को हुआ था। बचपन में कबड्डी खेलते-खेलते उन्होंने कुश्ती को अपना करियर बना लिया। 2010 में महज 15 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कैडेट वर्ग में पदार्पण किया। उनके पति राहुल मान उनके कोच भी हैं। वर्तमान में सरिता भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं।
- 2022 में बनी नंबर वन पहलवान: महिला पहलवान सरिता मोर ने भारतीय महिला कुश्ती में अपने दम पर खास पहचान बनाई है। सरिता 2022 में विश्व रैंकिंग में 59 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में विश्व नंबर-1 रही थी। उन्होंने एशियाई चैम्पियनशिप में चार पदक जीते थे।
- फोगाट बहनों के बीच पहलवानी में बनाई खास पहचान: फोगाट बहनों और ओलिंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक जैसी दिग्गज खिलाड़ियों के बीच सरिता मोर ने अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। 2017 में एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
- अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका: टोक्यो ओलिंपिक 2020 में जगह न बना पाने के बावजूद सरिता ने हौसला नहीं खोया और 2021 में एशियाई चैम्पियनशिप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतने के साथ विश्व चैम्पियनशिप (ओस्लो) में कांस्य पदक हासिल किया। 2022 में उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
