Diwali 2025: दीपावली सिर्फ रोशनी का पर्व नहीं है, बल्कि अंधेरे जीवन में प्रकाश और खुशियों का संचार करने वाला त्योहार भी है. यह वो क्षण होता है, जब मां लक्ष्मी स्वयं पृथ्वी पर विचरण करने आती हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं. यह पर्व हर साल कार्तिक अमावस्या पर मनाया जाता है. इस साल दीपावली का शुभ पर्व आज 20 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. ज्योतिषाचार्य प्रवीण मिश्र के अनुसार, दीपावली की रात एक कुछ खास उपाय करने से पूरे साल घर में धन की कमी नहीं होती है.
सातमुखी दीपक
दीपावली की रात मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अपने घर में सातमुखी दीपक अवश्य जलाएं. इस दिन घर में ऐसा दीपक लेकर आएं जिसमें सात मुख हो. यदि आपको ऐसा दीपक नहीं मिलता तो एक बड़ा गोल दीपक भी लेकर आ सकते हैं और उसमें सात तरफ बाती लगाकर जलाएं. माता लक्ष्मी के समक्ष इसी दीपक को प्रज्वलित करें.
मंगल कलश की स्थापना
दिवाली के पावन मौके पर घर में मंगल कलश अवश्य स्थापित करें. ये कलश मिट्टी, पीतल या फिर तांबे का होना चाहिए. इसके बाद इस कलश में पानी भरकर रखें और इसमें थोड़ा सा गंगाजल भी मिला लें. इसके बाद इसमें एक सिक्का और अक्षत डालें और मुख पर आम के पत्ते बांध दें. और ऊपर से एक नारियल रख दें. दिवाली की रात जब आप मां लक्ष्मी का पूजन करेंगे तो इसे पूजन स्थल के पास रख दें. दिवाली पूजा के बाद अगले दिन इस कलश का जल पूरे घर में छिड़क दें. पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.
पीली कौड़ी का चमत्कार
पीली कौड़ी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. दिवाली की रात मां लक्ष्मी की पूजा करें और उसके अगले दिन उस कौड़ी को एक लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान या तिजोरी में रख दीजिए. ऐसा माना जाता है कि ये उपाय करने से आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होगी.
दहलीज पर दीपक
दीपावली की रात आप अपने घर की दहलीज का पूजन अवश्य करें. घर की दहलीज बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. यहीं से घर में सारे देवी-देवताओं का वास होता है. इसलिए दीपावली की रात दहलीज पर दीपक जरूर जलाएं. दीपक के पास पुष्प चढ़ाएं. अक्षत अर्पित करें और प्रणाम करें और प्रार्थना करें
झाड़ू की पूजा
धनतेरस के दिन एक नई झाड़ू लेकर आएं और घर में पूजा स्थान के पास रख दें. उसमें एक कलावा बांध दीजिए और धनतेरस से लेकर के दीपावली तक उस झाड़ू का पूजन करें. झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. मां लक्ष्मी की कृपा जिस घर में रहती है और घर में कभी धन का अकाल नहीं पड़ता है.
—- समाप्त —-