Bhai Dooj 2025 Shubh Muhurt: आज देशभर में भाई दूज का त्योहार मनाया जा रहा है. यह पर्व भाई-बहन के स्नेह और विश्वास का प्रतीक है. कहते हैं कि इस दिन यमराज ने अपनी बहन यमुना के घर जाकर उनसे तिलक करवाया था. इसलिए इसे यम द्वितीया भी कहते हैं. इस दिन बहनें अपने भाई की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और रक्षा के लिए उनके माथे पर सौभाग्य का तिलक करती हैं. यह तिलक शुभ मुहूर्त में करना अच्छा माना जाता है. लेकिन इस बार भाई दूज पर तिलक करने के शुभ मुहूर्त पर ही राहु की काली छाया पड़ रही है.
शुभ मुहूर्त और राहु काल एकसाथ
भाई दूज पर भाई के माथे पर तिलक करने का सबसे अच्छा मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 28 मिनट तक रहने वाला है. हालांकि इस बीच दोपहर 01.30 बजे से लेकर दोपहर 02.54 बजे तक राहुकाल भी रहेगा. इस अशुभ काल में शुभ कार्य या धार्मिक अनुष्ठान करने की मनाही होती है. अब सवाल उठता है कि शुभ मुहूर्त के दौरान राहु काल आने से बहनें कब और कैसे भाई को तिलक कर सकेंगी.
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा ने इस सवाल का जवाब दिया है. ज्योतिषविद ने बताया कि राहुकाल लगना एक सामान्य घटना है और शुभ तिथि पर मुहूर्त का प्रभाव अधिक रहता है, न कि अशुभ काल का. इसलिए बहनें बेझिझक बताए गए मुहूर्त में भाई को तिलक कर सकती हैं. शुभ मुहूर्त पर राहुकाल का कोई असर नहीं होने वाला है.
फिर भी, यदि आप राहुकाल के डर से इस श्रेष्ठ मुहूर्त में भाई को तिलक करने से परहेज कर रही हैं तो इसके कुछ और विकल्प भी हैं. राहुकाल से परे दो और भी ऐसे मुहूर्त रहने वाले हैं, जिनमें आप भाई का तिलक कर सकती हैं.
पहला मुहूर्त (अभिजीत मुहूर्त): सुबह 11:43 बजे से लेकर दोपहर 12:28 बजे तक
दूसरा मुहूर्त (गोधूली मुहूर्त): शाम 05.43 बजे से लेकर शाम 06.09 बजे तक
भाई दूज पर कैसे करें भाई को तिलक?
भाई दूज के दिन भाई सुबह-सुबह यमुना के जल या फिर शुद्ध जल से स्नान कर चंद्रमा के दर्शन करें. और फिर अपनी बहन के घर जाकर तिलक करवाएं. तिलक करने के लिए बहन सबसे पहले भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके आसन पर बिठाए. उसके हाथों में नारियल, अक्षत और पुष्प देकर उसके भाग्योदय और दीर्घायु की कामना करें. फिर रोली और चावल का तिलक लगाएं. उसे मिठाई खिलाएं और आरती उतारें. इसके बाद भाई अपनी बहन को उपहार, वस्त्र या सामर्थ्य के अनुसार, धन देकर उसका आशीर्वाद ग्रहण करें. इसके बाद भाई को अपने हाथों से बना भोजन जरूर करवाएं.
भाई दूज पर न करें ये गलतियां
भाई दूज के दिन किसी से वाद-विवाद या मनमुटाव न करें. मन को शांत रखें और क्रोध, अहंकार से बचें. इस दिन कोई अमंगल कार्य न करें. घर में मांसाहार या मदिरा का सेवन न करें. शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करें. इस दिन घर के दरवाजे पर आए किसी भी व्यक्ति को खाली हाथ न जाने दें. उसे दान-दक्षिणा जरूर दें.
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