उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दीपावली की रात जब हर घर में खुशियों की रोशनी फैली हुई थी, उसी वक्त लोनी बॉर्डर के माही वाटिका कॉलोनी में गोलियों की गूंज ने मातम फैला दिया. ताश खेलने को लेकर हुआ मामूली विवाद खूनी झगड़े में बदल गया, जिसमें 22 साल के आशु की जान चली गई. अब थाना लोनी बॉर्डर पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्या का खुलासा करते हुए तीन हत्यारोपी दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है.
बाहर के लोगों के साथ खेलने से किया इंकार
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के नाम प्रशांत शर्मा उर्फ शाहरूख कालिया, हीरा अली और सचिन ठाकुर उर्फ डमरू हैं. इनके कब्जे से दो तमंचे 315 बोर, दो जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी बरामद हुई है. हत्या की वजह भी चौंकाने वाली है. दीपावली की रात आरोपी प्रशांत शर्मा अपने दोस्तों हीरा, डमरू और चाबी के साथ खुशी वाटिका कॉलोनी के पास खाली प्लॉट में पटाखे चला रहे थे. वहीं पर कुछ स्थानीय युवक ताश खेल रहे थे. आरोपियों ने कहा कि ‘हम भी ताश खेलेंगे’, लेकिन युवक आशु ने बाहर के लोगों को खेलने से मना कर दिया. बस इतना सुनना था कि बात इज्जत और अहंकार की हो गई, और इसी गुस्से में प्रशांत ने अपनी कमर से तमंचा निकालकर आशु के पेट में गोली मार दी. मौके पर अफरा-तफरी मच गई और सभी आरोपी भाग निकले.
48 घंटे के अंदर ही आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 48 घंटे के अंदर ही तीनों आरोपियों को दबोच लिया. मुख्य आरोपी प्रशांत शर्मा ने पूछताछ में कबूल किया कि उसी ने अपने दोस्तों के उकसाने पर आशु को गोली मारी थी. उसने बताया कि वह दीपावली के मौके पर अपनी पत्नी को लेने एटा से लोनी आया था, और घटना के वक्त गुस्से में होश खो बैठा था.
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी प्रशांत पर पहले से ही तीन मुकदमे दर्ज हैं – जिनमें लूट, अवैध शस्त्र और फायरिंग के केस शामिल हैं. हीरा अली के खिलाफ भी एक मामला अवैध शस्त्र का मामला भी दर्ज है. चौथा आरोपी विकास उर्फ चाबी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
हत्या का पर्दाफाश
एसीपी अंकुर विहार ज्ञान प्रकाश राय के निर्देशन में लोनी बॉर्डर पुलिस ने इस हत्या का पर्दाफाश किया. पुलिस का कहना है कि हत्या के इस प्रकरण में गिरफ्तार तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की वैधानिक कार्यवाही की जा रही है. साफ है कि एक छोटी सी ‘ना’ एक युवक की मौत की वजह बन गई और महज ताश खेलने से मना करने पर युवक की हत्या की गई जिससे एक परिवार की दीपावली की खुशियाँ मातम में बदल गईं.
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