Asia Cup T20 2025: एशिया कप टी20 टूर्नामेंट को रन बनाने और मैच जिताने वाली पारियों के लिए याद किया जाता है, लेकिन इसी बीच कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने इस टूर्नामेंट में बार-बार शून्य पर आउट होने का शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया है. क्रिकेट की भाषा में इसे “डक” कहा जाता है और एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में डक पर आउट होना किसी भी खिलाड़ी के लिए निराशाजनक होता है. आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने एशिया कप टी20 में सबसे ज्यादा बार यह अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
मशरफे मुर्तजा – बांग्लादेश
बांग्लादेश के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज मशरफे मुर्तजा ने साल 2016 में एशिया कप टी20 खेला था. उन्होंने इस टूर्नामेंट में 5 मैच खेले और तीन बार उन्हें बिना रन बनाए पवेलियन लौटना पड़ा. गेंदबाज होने के बावजूद उनकी बल्लेबाजी से टीम को उम्मीद रहती थी, लेकिन शून्य पर आउट होने का यह रिकॉर्ड उनके नाम जुड़ गया.
चरित असलंका – श्रीलंका
श्रीलंका के युवा ऑलराउंडर चरित असलंका के लिए एशिया कप 2022 काफी निराशाजनक साबित हुआ. उन्होंने इस टूर्नामेंट में 4 पारियां खेली और दो बार शून्य पर आउट हो गए. बल्लेबाजी में उनका औसत भी महज 2.25 रहा. उम्मीदों पर खरे न उतर पाने के चलते उन पर काफी सवाल भी उठे थे.
आसिफ अली – पाकिस्तान
पाकिस्तान के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज आसिफ अली को उनके बड़े शॉट्स के लिए जाना जाता है, लेकिन एशिया कप 2022 में वह भी दो बार डक का शिकार बने. हालांकि उन्होंने कुल 41 रन बनाए, फिर भी लगातार शून्य पर आउट होने से उनका नाम इस लिस्ट में शामिल हो गया है.
कुसल मेंडिस – श्रीलंका
कुसल मेंडिस ने एशिया कप 2022 में शानदार बल्लेबाजी की और 155 रन बनाए, लेकिन इसके बावजूद वह भी दो बार बिना खाता खोले आउट हो गए. मेंडिस ने टूर्नामेंट में दो अर्धशतक जड़े थे, लेकिन “डक” का रिकॉर्ड उनके अच्छे प्रदर्शन के साथ-साथ दर्ज हो गया.
निजाकत खान – हांगकांग
हांगकांग के ऑलराउंडर निजाकत खान ने 2016 से 2025 तक एशिया कप में 6 मैच खेले. इस दौरान वह भी दो बार शून्य पर पवेलियन लौटे. हांगकांग की टीम के लिए यह निराशाजनक रहा क्योंकि उन्हें बड़े बल्लेबाजों की कमी झेलनी पड़ी.
हार्दिक पंड्या – भारत
टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी इस लिस्ट से अछूते नहीं हैं. उन्होंने 2016 से 2025 तक एशिया कप में कई मैच खेले और इस दौरान दो बार डक का शिकार हुए. हालांकि उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से भारत को कई मौकों पर जीत भी मिली है.