Importance of Contraception: आधुनिक समय में जीवन की गति तेज हो गई है और परिवार नियोजन की अहमियत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है. कॉन्ट्रासेप्शन या गर्भनिरोधक उन तरीकों को कहते हैं जिनके माध्यम से अनचाहे गर्भधारण को रोका जा सकता है. यह केवल गर्भधारण को रोकने का साधन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के स्वास्थ्य, जीवनशैली और परिवार की सुख-शांति को बनाए रखने में भी मदद करता है.
कॉन्ट्रासेप्शन (Contraception) को लेकर डॉ. सुप्रिया पुराणिक का कहना है कि, सही तरीके से अपनाए जाने पर यह अनचाहे तनाव और स्वास्थ्य समस्याओं को कम करता है और परिवार की खुशहाली बनाए रखने में मदद करता है. यानी डॉक्टर के हिसाब से इसे लेना गलत नहीं है.
कॉन्ट्रासेप्शन क्या है?
कॉन्ट्रासेप्शन वे सभी उपाय हैं जो गर्भधारण को अस्थायी या स्थायी रूप से रोकने के लिए अपनाए जाते हैं. इसके अंतर्गत कई तरीके आते हैं, जैसे प्राकृतिक उपाय, रोधक उपकरण, दवाई.
- प्राकृतिक तरीके – महिलाओं के मासिक चक्र पर ध्यान रखना, सुरक्षित दिनांक का पालन करना.
- रोधक उपकरण – गर्भनिरोधक कंडोम और गर्भाशय यंत्र.
- दवाईयां – गर्भनिरोधक गोलियां.
- स्थायी उपाय – पुरुष या महिला नसबंदी.
- इन उपायों को सही समय और सही तरीके से अपनाने पर गर्भधारण को प्रभावी रूप से रोका जा सकता है.
स्वास्थ्य के लिए फायदे
कॉन्ट्रासेप्शन केवल गर्भधारण को रोकने का माध्यम नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई फायदे प्रदान करता है.
- महिलाओं में अनचाहे गर्भधारण से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम होता है.
- गर्भधारण के बीच पर्याप्त अंतर होने से महिला की शारीरिक और मानसिक सेहत बनी रहती है.
- मासिक धर्म के दौरान दर्द और असुविधा में कमी आती है.
- कुछ दवाइयां हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मदद करती हैं.
परिवार नियोजन और आर्थिक सुरक्षा
कॉन्ट्रासेप्शन अपनाने से परिवार नियोजन आसान हो जाता है. इससे परिवार को समय और संसाधन दोनों का सही प्रबंधन करने में मदद मिलती है.
- माता-पिता अपने बच्चों की संख्या और पालन-पोषण पर नियंत्रण रख सकते हैं.
- बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना आसान होता है.
- आर्थिक बोझ कम होता है और परिवार की जीवनशैली संतुलित रहती है.
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
अनियोजित गर्भधारण मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है.
- कॉन्ट्रासेप्शन अपनाने से मानसिक शांति मिलती है.
- परिवार के लिए योजना बनाकर माता-पिता अपने जीवन को संतुलित और खुशहाल रख सकते हैं.
- महिलाओं में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास बढ़ता है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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