दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट पर भी टीम इंडिया ने शिकंजा कस दिया है. दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम ने 518 रनों पर अपनी पहली पारी घोषित की. भारत के लिए यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने शतक जड़े. इसके बाद रवींद्र जडेजा की फिरकी चली और वेस्टइंडीज का टॉप ऑर्डर धराशायी हो गया. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने पिच को लेकर बड़ा बयान दिया है.
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन रवींद्र जडेजा की गेंद काफी स्पिन हो रही थी. ऐसा लग रहा था कि पिच स्पिनर्स के लिए मददगार है, लेकिन वेस्टइंडीज की पारी के दौरान ऐसा नजारा देखने को नहीं मिला. जडेजा ने दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन आखिरी सेशन में 3 विकेट झटके. दिन का खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने कहा कि भारतीय टीम ने टर्निंग पिच की मांग नहीं की थी.
तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद रवींद्र जडेजा ने कहा, “मुझे हैरानी नहीं हुई, क्योंकि हमने केवल धीमी टर्निंग पिचों की मांग की थी. हमने ‘रैंक टर्नर’ (पूरी तरह से स्पिनरों की मददगार पिच) की मांग नहीं की थी. हमें यही उम्मीद थी कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच धीरे-धीरे टर्न देने लगेगी. हमें कड़ी मेहनत करनी होगी, पूरी पारी में अच्छी गेंदबाजी करनी होगी, तभी हम उन्हें आउट कर पाएंगे. हम ऐसा करते रहेंगे और उम्मीद है कि अच्छे नतीजे देंगे.”
जडेजा को लगता है कि पिच की धीमी प्रकृति और सतह से गेंदों की गति कम होने के कारण बल्लेबाजों के लिए बैकफुट पर खेलना आसान हो रहा है. उन्होंने कहा, “उछाल कम है और ज्यादा टर्न नहीं मिल रहा है. आपको अपने कंधों का ज्यादा इस्तेमाल करना होगा. हर गेंद टर्न नहीं ले रही है, इसलिए थोड़ी मेहनत करनी होगी. अगर हम इस मौजूदा साझेदारी को तोड़ देते हैं तो यह आसान हो जाएगा, क्योंकि उनकी बल्लेबाजी में ज्यादा गहराई नहीं है.”
ऐसा रहा दिल्ली टेस्ट का तीसरा दिन
वेस्टइंडीज ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट के नुकसान पर 140 रन बना लिए हैं. पहली पारी में वेस्टइंडीज अब भी भारत से 378 रन पीछे है. टीम इंडिया ने पहली पारी 518 के स्कोर पर घोषित की थी, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम संघर्ष करती हुई 140 के स्कोर पर पहुंची है. कैरेबियाई टीम को अभी फॉलो-ऑन बचाने के लिए 179 रन और बनाने हैं. दूसरे दिन भारतीय कप्तान शुभमन गिल भी छाए रहे, जिन्होंने 129 रनों की पारी खेल कई सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले.
दूसरे दिन भारतीय टीम ने 318/2 के स्कोर से अपनी पारी को आगे बढ़ाया. पहले दिन का खेल समाप्त होने तक जायसवाल 173 रन बना चुके थे, लेकिन दूसरे दिन 2 रन बनाने के बाद वो रन आउट हो गए. जायसवाल अपने टेस्ट करियर का तीसरा दोहरा शतक लगाने से चूक गए.