
Mappls ने भारत के लिए एक अनोखा डिजिटल एड्रेस सिस्टम बनाया है जो सरकार के DIGIPIN प्रोजेक्ट के साथ काम करता है. हर लोकेशन को एक 6-अक्षरीय अल्फ़ान्यूमेरिक कोड दिया जाता है जिससे किसी भी जगह को ढूंढना और शेयर करना बेहद आसान हो जाता है. इसके अलावा, ऐप में हाइपर-लोकल नेविगेशन की सुविधा भी है जो यूज़र्स को किसी बिल्डिंग या घर तक स्टेप-बाय-स्टेप दिशा बताती है यानी अब गलत मोड़ की टेंशन खत्म.

Mappls में एक इन-बिल्ट टोल सेविंग कैलकुलेटर दिया गया है जो यूज़र को पूरे रूट का टोल खर्च दिखाता है और सबसे सस्ती यात्रा का सुझाव देता है. यही नहीं, ऐप आपके फ्यूल खर्च का भी अनुमान लगाकर पूरे ट्रिप का कुल बजट निकाल देता है. यानी अब आप सफर से पहले जान सकते हैं कि जेब पर कितना असर पड़ेगा.

Mappls का एक शानदार फीचर है इसका 3D जंक्शन व्यू, जो फ्लाईओवर और अंडरपास जैसी जटिल जगहों को फोटो-रियलिस्टिक 3D व्यू में दिखाता है. इसमें हर लेन, एंट्री और एग्ज़िट पॉइंट स्पष्ट रूप से नजर आते हैं. इस फीचर से गलत मोड़ लेने या आखिरी वक्त पर लेन बदलने जैसी परेशानियां काफी हद तक खत्म हो जाती हैं.

साल 2021 में ISRO के साथ हुई साझेदारी के बाद Mappls अब लोकल और सटीक भारतीय मैपिंग डेटा का उपयोग करता है जिससे इसकी जानकारी पहले से कहीं ज्यादा भरोसेमंद हो गई है.

Mappls ने बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर एक अनोखा सिस्टम तैयार किया है जिसके तहत यूज़र्स को अब ऐप पर लाइव ट्रैफिक सिग्नल टाइमर दिखाई देता है. AI आधारित यह फीचर ट्रैफिक फ्लो के हिसाब से सिग्नल टाइम अपने आप एडजस्ट करता है और साथ ही कम भीड़ वाले रास्तों का सुझाव भी देता है ताकि आपकी ड्राइव और भी स्मूद बन सके.

Mappls ऐप भारतीय सड़कों की असली स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्पीड ब्रेकर, गड्ढे, तीखे मोड़, स्पीड कैमरा जैसी रियल-टाइम चेतावनियां देता है. 1995 से देश की हर सड़क और गली का नक्शा तैयार करने वाली MapmyIndia के पास इतना हाइपर-लोकल डेटा है जो इसे वैश्विक ऐप्स से कई कदम आगे रखता है.

जहां Google Maps एक ग्लोबल दिग्गज है, वहीं Mappls भारत की ज़रूरतों और सड़कों की हकीकत को बेहतर समझता है. यही वजह है कि यह ऐप न सिर्फ नेविगेशन बल्कि स्मार्ट ट्रैवल साथी बनकर तेजी से भारतीय यूज़र्स के दिलों में जगह बना रहा है.
Published at : 14 Oct 2025 03:13 PM (IST)