एल्विश यादव का सांप के साथ ये वीडियो सामने आया था। पुलिस ने चार्जशीट में एल्विश के इसी वीडियो का जिक्र किया है। फाइल फोटो
गुरुग्राम के रहने वाले फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर राहुल फाजिलपुरिया के खिलाफ ईडी ने स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इन पर सांपों और छिपकलियों से जुड़े वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन और मनी लान्ड्रिंग के गंभीर आरोप है
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गानों में सांपों को दिखाने के मामले में चंडीगढ़ की म्यूजिक कंपनी स्काई डिजिटल के डायरेक्टर गुरकरण सिंह धालीवाल को भी सह-आरोपी बनाया गया है। पूर्व सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनिमल्स के कार्यकर्ता नोएडा के रहने वाले गौरव गुप्ता की शिकायत पर 2 नवंबर 2023 को एल्विश सहित छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

एल्विश की हुई थी गिरफ्तारी
जांच के बाद नोएडा पुलिस ने 17 मार्च 2024 को एल्विश को गिरफ्तार किया था। आरोप पत्र में कहा गया है कि स्काई डिजिटल कंपनी इस गैरकानूनी गतिविधि में शामिल थी। जिसने सांपों को स्पॉन्सर करने या तकनीकी सहायता दी थी।
जानिए ईडी चार्जशीट की चार अहम बातें……
दो बार वाइल्ड लाइफ का वीडियो में इस्तेमाल: जांच में सामने आया कि जिंदा सांपों और इगुआना का दो वीडियो में इस्तेमाल किया गया था। इनमें एक 32 बोर गाने में राहुल फाजिलपुरिया के यूट्यूब चैनल पर एल्विश यादव के साथ रिलीज गाने में और दूसरी बार एल्विश के यूट्यूब ब्लॉग में जिसमें वह कह रहा था कि फाजिलपुरिया भाई के शूट पर रशियन से मुलाकात हो ही गई में सामने आया था। जांच में पुष्टि हुई कि इन दोनों वीडियो में प्रोटेक्टेड वाइल्डलाइफ दिखाई गई थी, जो वाइल्डलाइफ (प्रोटेक्शन) एक्ट की सेक्शन 51 के तहत गैरकानूनी है और PMLA के तहत सजा योग्य है.
अपराध से हुई कमाई का पता चला: जांच के दौरान वीडियो से हुई कमाई को ट्रेस किया और जब्त कर लिया। 32 बोर के कॉमर्शियल राइट्स के लिए स्काई डिजिटल इंडिया ने सिंगर फाजिलपुरिया को 50 लाख रुपए दिए। इसी वीडियो से स्काई डिजिटल को यूट्यूब के जरिए 1,24,067 रुपए की लाइफटाइम कमाई हुई। एल्विश यादव के ब्लॉग से 84,000 रुपए की यूट्यूब कमाई हुई, जिसमें वही प्रोटेक्टेड स्पीशीज दिखाई गई थी। ईडी के मुताबिक यह रकम क्रिमिनल एक्टिविटी से हुई कमाई है और कानून के हिसाब से अपराध से मिली प्रॉपर्टी मानी जाती है।
गैरकानूनी कमाई जितनी प्रॉपर्टी अटैच की: ईडी का कहना है कि जांच के दौरान पहचान की गई गैरकानूनी कमाई के बराबर प्रॉपर्टी अटैच की गई। इसमें सिंगर फाजिलपुरिया की 50 लाख रुपए कीमत की बिजनौर (यूपी) की खेती की जमीन, स्काई डिजिटल इंडिया के नाम 1,24,068 रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट और एल्विश यादव की ICICI बैंक में 84,000 रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल है।
सजा योग्य क्राइम: ईडी का कहना है कि सभी आरोपियों ने गैरकानूनी कमाई करके उसे अपने पास रखा और इस्तेमाल किया। यह प्रक्रिया मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की सेक्शन 3 और 4 के तहत सजा योग्य क्राइम है।

चार्जशीट में बताया किसका क्या रोल रहा…..
एल्विश यादवः ब्लॉग में जिंदा सांप और इगुआना दिखाए और वीडियो से 84,000 रुपए की कमाई की।
राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरियाः 32 बोर के क्रिएटर, जिन्होंने प्रोटेक्टेड स्पीशीज का इस्तेमाल किया। 50 लाख रुपए कमाए।
स्काई डिजिटल इंडिया डिजिटल डिस्ट्रीब्यूटर और मॉनेटाइजेशन पार्टनर, जिसने वीडियो अपलोड करने और कमाई करने में मदद की।
गुरकरन सिंह धालीवाल: कंपनी के डायरेक्टर, जिन्होंने कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट पर साइन किए और सिंगर फाजिलपुरिया को पेमेंट करवाई।

अब जानिए PFA के ट्रैप में कैसे फंसे एल्विश यादव?
पीपुल फॉर एनिमल (PFA) संस्था ने स्टिंग कर एल्विश के सांप कनेक्शन का खुलासा किया था। PFA ऑर्गेनाइजेशन के गौरव गुप्ता ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एल्विश यादव स्नेक वेनम और जिंदा सांपों के साथ नोएडा और दिल्ली NCR के फॉर्म हाउस में रेव पार्टी करते हैं। पार्टियों में विदेशी लड़कियों को बुलाकर स्नेक वेनम और नशे का सेवन किया जाता है।
उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर प्लानिंग के तहत एल्विश से संपर्क कर उसे नोएडा में एक रेव पार्टी में कोबरा वेनम का इंतजाम करने के लिए कहा गया। एल्विश PFA के मकसद को भांप नहीं पाए और उसके जाल में फंस गए। पुलिस और वन विभाग की टीम ने इस मामले में 5 आरोपियों को पकड़ा था। इनके कब्जे से 9 जहरीले सांप और 20 मिलीमीटर जहर बरामद किया था। इनमें 5 कोबरा, एक अजगर, दो दोमुंहे सांप और एक रैट स्नेक थे।
पिछले साल अरेस्ट हुए थे एल्विश यादव
तमाम आरोप प्रत्यारोप के बीच 17 मार्च, 2024 को एल्विश यादव को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह पांच दिन तक जेल में रहे थे। बाद में गुरुग्राम कोर्ट से जमानत मिल गई थी।

यह तस्वीर 17 मार्च 2024 की है, जब नोएडा पुलिस एल्विश को पेशी पर कोर्ट ले गई थी।
शिकायतकर्ता गौरव गुप्ता ने बताई केस से जुड़ी तीन अहम बातें
वाइल्ड लाइफ का गलत इस्तेमाल: पीपुल्स फॉर एनिमल्स के सदस्य गौरव गुप्ता ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि मशहूर हस्तियों द्वारा वाइल्ड लाइफ के इस तरह गलत इस्तेमाल करने से खराब संदेश जाता है। उन्होंने बताया कि एल्विश यादव के खिलाफ नवंबर 2023 को नोएडा पुलिस ने वाइल्ड लाइफ (प्रोटेक्ट) एक्ट 1972 की धारा 9, 39, 48 ए, 49, 50, 51 और IPC की धारा 120-बी के तहत एफआईआर दर्ज की थी।
20 एमएल जहर मिला: पुलिस को राहुल के पास से 20ml जहर मिला था। सांपों को वन विभाग ने मेडिकल परीक्षण और FSL जांच के लिए भेजा था। इसमें खुलासा हुआ था कि 5 कोबरा की विष ग्रंथि निकाली गई थीं।
पुलिस की चार्जशीट के खिलाफ कोर्ट गए: इस मामले में अप्रैल, 2024 में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें एल्विश का सपेरों से संबंध होने का दावा किया था। चार्जशीट के खिलाफ एल्विश ने 29 अप्रैल को हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कहा था कि मेरे पास से कोई सांप या मादक पदार्थ बरामद नहीं हुआ है। मेरा अन्य आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। इसलिए चार्जशीट रद्द की जाए।

युवाओं के बीच लोकप्रिय है एल्विश और फाजिलपुरिया
एल्विश यादव अपनी यूट्यूब वीडियो और बिग बॉस ओटीटी की जीत के बाद लाखों युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं। दूसरी ओर राहुल फाजिलपुरिया अपने गानों के लिए जाने जाते हैं।
