कार्यक्रम में बोलती सिंगर जवंदा की बेटी और इनसेट में जवंदा की फोटो।
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा के लुधियानी स्थित पैतृक गांव पौना में भोग समागम कार्यक्रम हुआ। यहां राजवीर की आत्मिक शांति के लिए अरदास की गई। इस दौरान जवंदा की बेटी अमानत कौर ने कहा- मेरे पापा सबसे प्यारे पापा थे, मुझे लक्की मानते थे, वो कहते थे मैं तुझसे
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बता दे किं 27 सितंबर को राजवीर बद्दी से शिमला जा रहे थे। वह पांच दोस्तों के साथ थे और सभी अपनी-अपनी बाइक पर सवार थे। पिंजौर के पास उनकी बाइक एक गाय से टकरा गई, जिससे वह गिर पड़े। लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनकी मौत को लेकर अब हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है।
अब विस्तार से पढ़िए उनकी बेटी ने क्या कहा… वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह। ससरिया काल सारियां नूं। जिवें तुहानू पता है कि मैं अमानत कौर हां। मैं राजवीर जवंदा की बेटी हां। मेरे पापा सबसे प्यारे पापा सी। मेरे पापा मैंनू लक्की चार्म मांणदे सी। कैहंदे सी मैं तेनू बहुत प्यार करदां हां। तू कदे मेरे तों दूर नीं होणां।
अमानत ने आगे कहा मेरे सबसे प्यारे पापा जदों कहंदे सी मेरे तों दूर नी होंणा, ओह मेरे तों ही दूर चले गए। हुण जदों फ्यूचर आएगा, मैं अपने पापा दा सपना पूरा करूंगी। मैं ऐ वी कहणां चौंहदी हां जिवें मेरे पापा नाल होया किसे हौर दे पापा नाल न होवे। धन्यवाद।
अब हिंदी में पढ़िए अमानत की स्पीच जैसे आपको पता है कि मैं अमानत कौर हूं। मैं राजवीर जवंदा की बेटी हूं। मेरे पापा सबसे प्यारे पापा थे। मेरे पापा मेरे को अपना लक्की चार्म मानते थे। कहते थे मैं तुझे बहुत प्यार करता हूं। तू कभी मरे से दूर नहीं होना। मेरे सबसे प्यारे पापा कहते थे मेरे से दूर नहीं होना, लेकिन वो मेरे से आज दूर चले गए। मैं अपने पापा का सपना पूरा करूंगी। मैं यह भी कहना चाहती हूं कि जो मरे पापा के साथ हुआ वो किसी अन्य के पापा के साथ न हो। धन्यवाद।
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