
माइक्रोवेव इस मामले में सबसे पहले आता है. कई घरों में यह रोजमर्रा के कामों के लिए जरूरी होता है लेकिन यह काफी बिजली खींचता है. यदि इसे एक्सटेंशन कॉर्ड में लगाया जाए तो बोर्ड ओवरलोड हो सकता है और फटने का खतरा रहता है. पॉल मार्टिनेज जैसे विशेषज्ञ बताते हैं कि माइक्रोवेव जैसी हाई-वॉटेज डिवाइस के लिए अलग सर्किट का होना जरूरी है.

हीटर सर्दियों में गर्माहट देने के लिए काम आता है लेकिन इसका इस्तेमाल एक्सटेंशन बोर्ड में करना बेहद खतरनाक है. अमेरिका की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 से 2019 के बीच स्पेस हीटर की वजह से हर साल लगभग 1,700 आग की घटनाएं हुईं. इसका कारण है कि एक्सटेंशन बोर्ड हीटर की बिजली की खपत को संभाल नहीं पाता.

टोस्टर छोटे आकार का लगता है लेकिन यह भी 1,200 से 1,400 वाट बिजली खींचता है. इसे एक्सटेंशन बोर्ड में लगाने पर कॉर्ड गर्म होकर फट सकता है. इसलिए टोस्टर हमेशा दीवार के सॉकेट में ही लगाएं.

फ्रिज भले ही कम बिजली खींचता हो लेकिन यह पूरे दिन चलता रहता है. इसे एक्सटेंशन बोर्ड में लगाने से न केवल आग का खतरा बढ़ता है बल्कि फ्रिज की मशीन भी खराब हो सकती है. इसे हमेशा दीवार के सॉकेट से ही कनेक्ट करें ताकि यह बिना किसी रुकावट के काम करता रहे.

एयर कंडीशनर गर्मियों में घर को ठंडा रखने के लिए जरूरी है, लेकिन यह भी भारी बिजली खींचता है. एक्सटेंशन कॉर्ड इसे संभाल नहीं पाता. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि एसी हमेशा दीवार के सॉकेट में ही लगाएं और कमरे के हिसाब से सही बीटीयू वाला मॉडल चुनें.

माइक्रोवेव, हीटर, टोस्टर, फ्रिज और एयर कंडीशनर जैसी हाई-वॉटेज डिवाइस को कभी भी एक्सटेंशन बोर्ड में न लगाएं. सही तरीके से कनेक्ट करने से न केवल आग का खतरा कम होगा बल्कि उपकरण की उम्र भी लंबी होगी.
Published at : 21 Oct 2025 10:55 AM (IST)