बुधवार के दिन से आठ दिन तक लगातार १०८ दुर्वाकुर, एक लड्डू, और सिंदूर लेकर गणेशजी के मन्दिर में जाए। गणपतिजी को सिंदूर का तिलक लगाये, लड्डू चढाये। फिर १०८ बार उपरोक्त मन्त्र को पढ़े। प्रत्येक मंत्र पर एक दुर्वाकुर गणपतिजी को चढाते जाए। यह विधि सुबह बिना कुछ खाए करें ।