एक जैसी दिखने वाली दो बीमारियां, हाइड्रोसील और हर्निया में क्या है अंतर…कैसे करें इसकी सही पहचान

एक जैसी दिखने वाली दो बीमारियां, हाइड्रोसील और हर्निया में क्या है अंतर…कैसे करें इसकी सही पहचान


Hydrocele and Hernia Symptoms: अगर अचानक पेट के निचले हिस्से या जांघों के ऊपर किसी तरह की सूजन नज़र आए, तो मन में सबसे पहला सवाल यही उठता है आख़िर ये है क्या? यह हाइड्रोसील या हर्निया जैसी स्थितियों का संकेत हो सकती है. दरअसल, दोनों की जगह और लक्षण काफी हद तक मिलते-जुलते हैं, जिसके कारण सही पहचान करना मुश्किल हो जाता है. यही वजह है कि समय रहते इनके बीच का अंतर समझना और यह जानना जरूरी है कि कब सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है और इन दोनों में अंदर क्या क्या है.

श्री राम अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ पुष्कर आनंद सिंह ने इन दोनों स्थितियों को लेकर खास जानकारी दी है, जिसके जरिए आप ये पता लगा सकते है कि, इन दोनों बीमारियों के बीच क्या अंतर हो सकता है.

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हाइड्रोसील क्या है

हाइड्रोसील एक तरल से भर थैली होत है, जो अंडकोष के चारों तरफ बनत है. यह स्थिति आमतौर पर उस क्षेत्र में असंतुलन के कारण होती है. यह ज्यादातर नवजात शिशुओं में देखी जाती है, लेकिन कभी-कभी बड़े लोगों को भी हो जाती है, खासकर संक्रमण के कारण ये दिक्कत पैदा होती है.

हाइड्रोसील के लक्षण

  • स्क्रोटम में सूजन ोने लगती है.
  • ये सूजन आमतौर पर बिना दर्द के होता है, लेकिन कुछ मामलों में अंडकोष के बड़े आकार ओर सूजन असुविधा दे सकती है.

उपचार और सर्जरी कैसे होगी

सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है. हाइड्रोसीलेक्टोमी नामक सर्जरी में तरल को निकालकर थैली को बंद किया जाता है. यह प्रक्रिया तब की जाती है जब हाइड्रोसील से काफी असुविधा हो रही हो, वह समय के साथ बढ़ रहा हो, या अन्य जटिलताए हों.

हर्निया क्या है

हर्निया तब होता है जब कोई आंतरिक अंग या मांसपेशी कमजोर हो जाए या फिर स्थान या छेद से बाहर निकल जाता है. पेट के निचले क्षेत्र में यह अक्सर एक उभरी हुई गांठ के रूप में दिखाई देती है. हर्निया कई स्थानों पर हो सकता है, लेकिन सबसे आम इनग्वाइनल हर्निया (जांघों के ऊपर और पेट के निचले क्षेत्र में) होते हैं.

हर्निया के लक्षण

  • प्रभावित क्षेत्र में दिखने वाली गांठ या उभार, जो खांसने, भारी वस्तुएं उठाने या जोर लगाने पर अधिक दिखाई देती है.
  • उभार के जगह पर दर्द या असुविधा, विशेषकर शारीरिक गतिविधि करने पर दिक्कत होती है.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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