12 मिनट पहले
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संजय कपूर ने साल 2003 में करिश्मा कपूर से अपनी दूसरी शादी की थी। इन दोनों के दो बच्चे बेटी समायरा और बेटा कियान हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के दोनों बच्चों समायरा और कियान ने अपने पिता संजय कपूर की 30,000 करोड़ की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है।
बार एंड बेंच के अनुसार, बच्चों ने अपनी सौतेली मां प्रिया सचदेव कपूर (संजय कपूर की तीसरी पत्नी) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने संजय कपूर की वसीयत में बदलाव किया और पूरी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की।
अपनी मां के माध्यम से दायर याचिका में बच्चों ने कहा कि जून 2025 में यूके में संजय कपूर के अचानक निधन के बाद, प्रिया कपूर ने उन्हें गलत तरीके से संपत्ति से बाहर रखा।
याचिका में प्रिया कपूर और उनके छोटे बेटे, संजय कपूर की मां रानी कपूर और वसीयत की कथित निष्पादक श्रध्दा सूरी मरवाह को आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि इस याचिका सुनवाई 10 सितंबर को होगी।
विवाद का केंद्र 21 मार्च 2025 की वसीयत है, जिसमें कथित तौर पर संजय कपूर की पूरी संपत्ति प्रिया कपूर को दी गई।

संजय कपूर ने साल 2003 में करिश्मा कपूर से अपनी दूसरी शादी की थी। इन दोनों के दो बच्चे बेटी समायरा और बेटा कियान हैं।
बच्चों ने दावा किया कि प्रिया कपूर ने दो सहयोगियों, दिनेश अग्रवाल और नितिन शर्मा के साथ मिलकर वसीयत को सात हफ्ते तक छिपाया और 30 जुलाई 2025 को फैमिली मीटिंग में पेश किया।
याचिका में कहा गया है कि यह वसीयत नकली और बनाई गई है। दावा किया गया कि वसीयत के असली डाक्यूमेंट्स या कोई कॉपी उन्हें नहीं दिखाए गए हैं।
बच्चों के वकील ने कहा कि प्रिया कपूर की हरकतें इस बात का संकेत हैं कि वह पूरी संपत्ति पर कब्जा करना चाहती हैं और अन्य कानूनी वारिसों को बाहर रखना चाहती हैं।
बच्चों ने कोर्ट से आग्रह किया है कि उन्हें क्लास I लीगल हीर यानी कानूनी उत्तराधिकारी घोषित किया जाए और पिता की संपत्ति में प्रत्येक को एक-पांचवां हिस्सा मिले।
अंतरिम राहत के तौर पर, उन्होंने संजय कपूर की सभी व्यक्तिगत संपत्तियों को फ्रीज करने की मांग की है जब तक मामला कोर्ट में हल नहीं होता।
यह याचिका लेक्स्टर लॉ एलपीपी और मधुलिका राय शर्मा की तरफ से शंतनु अग्रवाल ने दायर की है।
बता दें कि संजय कपूर की मौत के बाद उनकी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक इस केस में कई लोग शामिल हैं। वादी करिश्मा कपूर और संजय कपूर के बेटी और बेटा हैं। अदालत में उनकी मां उनका प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
पहले और दूसरे प्रतिवादी संजय की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव कपूर और उनका छोटा बेटा हैं। ये दोनों रजोकरी में परिवार के फार्महाउस में रहते हैं। वहीं, तीसरे प्रतिवादी संजय की मां हैं, जो उसी फार्महाउस में रहती हैं।
चौथे प्रतिवादी एक महिला हैं, जिन्होंने खुद को विवादित वसीयत का निष्पादक बताया है।
वहीं, संजय की मौत के एक महीने बाद जुलाई में उनकी मां रानी कपूर ने कंपनी सोना कॉमस्टार और सेबी को चिट्ठी लिखी थी। चिट्ठी में उन्होंने बेटे के अचानक हुई मौत पर सवाल उठाए। साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए। ये चिट्ठी सोना कॉमस्टार कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग के कुछ घंटे पहले लिखी गई थी।
रानी कपूर ने अपने लेटर में लिखा-

‘मैं, रानी कपूर, कंपनी की पूर्व अध्यक्ष और सोना कॉमस्टार (कंपनी) और सोना ग्रुप के फाउंडर स्वर्गीय डॉ. सुरिंदर कपूर की पत्नी हूं। मेरे दिवंगत पति द्वारा 30.06.2015 को बनाए गए वसीयत के अनुसार, मैं उनकी संपत्ति की एकमात्र लाभार्थी हूं और कंपनी सहित सोना समूह की बहुसंख्यक शेयरधारक भी हूं। जैसा कि आप जानते हैं, 12.06.2025 को मेरे बेटे श्री संजय कपूर का यूनाइटेड किंगडम में अत्यंत संदिग्ध और अस्पष्ट परिस्थितियों में दुखद निधन हो गया। जानकारी प्राप्त करने के बावजूद, मुझे घटना के बारे में कोई प्रासंगिक जवाब और दस्तावेज नहीं मिल पाए हैं।
लेटर में आगे लिखा गया-

और मैं मीडिया द्वारा दी गई जानकारी और वर्जन तक ही सीमित हूं। कृपया ध्यान दें कि शोक की इस अवधि के दौरान, मुझसे कई बार संपर्क किया गया और बिना कोई स्पष्टीकरण दिए या उन्हें पढ़ने और समझने का समय दिए बिना ही विभिन्न दस्तावेजों पर साइन करने के लिए मजबूर किया गया। अत्यधिक मेंटल और इमोशनल तनाव में होने के बावजूद, मुझे बंद दरवाजों के पीछे ऐसे डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने के लिए मजबूर किया गया और बार-बार अनुरोध करने के बावजूद, इन डॉक्यूमेंट्स का विषय-वस्तु मुझे कभी नहीं बताई गई। कृपया यह भी ध्यान दें कि मुझे अपने बैंक अकाउंट्स तक पूरी तरह से पहुंच से वंचित कर दिया गया है और मुझे जीने के लिए कुछ चुनिंदा लोगों के रहमोकरम पर छोड़ दिया गया है। यह सब मेरे इकलौते बेटे के निधन के एक महीने से भी कम समय में हुआ है।’
इस पूरे मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए रानी कपूर के वकील वैभव गग्गर ने कहा था कि रानी कपूर, कपूर परिवार और सोना ग्रुप की मुखिया हैं। अपने इकलौते बेटे की मौत के सदमे से उबरने के दौरान, कुछ ऐसी घटनाएं घटीं जिनसे रानी कपूर जी को न सिर्फ मौत के तरीके, बल्कि विरासत को लेकर भी कुछ आशंकाएं हुईं। मृत्यु के बाद कई ऐसी घटनाएं घटीं जिन्हें सामान्य नहीं माना जा सकता।
सोना कॉमस्टार के शेयरधारकों को लिखे अपने पत्र में, उन्होंने लिखा था कि उनसे कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए गए और कुछ चीजों के लिए दबाव डाला गया। इस समय बहुत कुछ सामने आ रहा है। वह मामले की गहराई तक जाना चाहती हैं, और उसे अभी तक मौत का सही कारण पता नहीं चला है। यह बिल्कुल भी स्वाभाविक मौत नहीं लग रही थी। जो कुछ हुआ उसके पीछे उसकी अपनी आशंकाएं हैं।’
बता दें कि बिजनेसमैन संजय कपूर का 12 जून को लंदन में निधन हो गया था। वह 53 साल के थे। सोना कॉमस्टार ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि उनका निधन हार्ट अटैक आने से हुआ है।

संजय कपूर और प्रिया सचदेव का एक बेटा अजारियस है।