अक्षय कुमार से मिलकर पानीपत पहुंचे अजीत।
पानीपत के आढ़ती अजीत सिंह व उनका परिवार बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार का इस कद्र फैन है कि हीरो से मिलने मुंबई पहुंच गया। इसके लिए दो महीने पहले खरीदी करीब 25 लाख की गाड़ी स्कॉर्पियो-एन को अक्षय की चर्चित फिल्मों की पोस्टरों से सजवाया। साइड में डायलॉग लि
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पानीपत से मुंबई के जुहू तक के करीब 1700 किलोमीटर के सफर के दौरान यह हरियाणवी परिवार अपने देसी पहनावे की वजह से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसी वजह से अक्षय भी इस परिवार से मिलने को राजी हो गए।
अक्षय से मिलते वक्त अजीत ने हरियाणवी पारंपरिक पहनावा खंडका व धोती-कुर्ता पहना, जबकि पत्नी प्रियंका ने घाघरा-चोली के ऊपर दामण ओढ़ रखा था। देसी अंदाज में अक्षय को राम-राम बोला तो उन्होंने हरियाणवी अंदाज में राम-राम कहा।
यह दीवानगी यहीं तक सीमित नहीं रही। पानीपत लौटकर अजीत ने एंजल प्राइम मॉल के मल्टीप्लैक्स में जौली एलएलबी-3 फिल्म देखने के लिए पूरा शो बुक किया। यहां जानने-पहचानने वाले 300 लोगों को न्योता दिया। फ्री में पिक्चर दिखाने के साथ ही सभी को कोल्ड ड्रिंक व समोसा भी खिलाया।

गाड़ी के बोनट पर परिवार ने हरियाणा के नक्शे के साथ साथ मुंबई का नक्शा भी बनाया है, साथ ही पूरी गाड़ी अक्षय की तस्वीरों से भरी हुई है।
अब सिलसिलेवार पढ़िए…इस अनूठे फैन की कहानी
बचपन से अक्षय के फैन, बीवी-बच्चे भी इसी राह पर पानीपत के गांव बबैल के रहने वाले 32 साल के अजीत सिंह की पानीपत अनाज मंडी में आढ़त है। वह बताते हैं कि बचपन में अक्षय कुमार को टीवी पर देखते थे, तो वो अच्छे लगने लगे। सपना था कि एक दिन जरूर इनसे मिलेंगे। उनकी पत्नी प्रियंका बीए के साथ साथ बीएड भी कर चुकी हैं। बेटा दक्ष छठी क्लास और बेटी ओलीना एलकेजी में है। अब पूरा परिवार अक्षय का फैन है। 12-13 दिन पहले अचानक मन में आया क्यों न अक्षय को मिलने मुंबई चलें।
तब सोच लिया था चाहे महीना लगे, छह महीने या साल अब अक्षय से मुलाकात के बाद ही लौटेंगे। पूरे सफर में हरियाणवी पहनावा ही रखा ताकि हमारी संस्कृति का भी प्रचार हो।
1700 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचे अजीत सिंह इस पूरी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहते हैं- 10 सितंबर को हम घर से निकले थे। तीन दिन लगातार ड्राइव करने के बाद 13 को मुंबई पहुंच गए। लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला की अक्षय तो मुंबई में हैं ही नहीं।
हम 1700 किलोमीटर का सफर तय करके आए थे लेकिन फिर भी हमने हिम्मत नहीं हारी और उनका इंतजार करने का सोचा। 16 की शाम को अक्षय मुंबई लौटे तो हम उसके घर के बाहर जाकर खड़े हो गए। शुरुआत में लगा की पता नहीं अक्षय मिलेंगे भी या नहीं। लेकिन जब थोड़ी ही देर में वो बाहर आए और उन्होंने हमसे मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने हमसे करीब आधा घंटे तक बात की। वह काफी मिलनसार व विनम्र स्वभाव हैं।

अक्षय कुमार से मिलता अजीत का परिवार।
हरियाणवी गेटअप ने खींचा ध्यान, अक्षय बोले-राम-राम अजीत सिंह ने बताया कि वह और उनका परिवार हरियाणवी गेटअप में अक्षय कुमार से मिलने पहुंचे। यह उनके लिए गर्व की बात थी कि बड़े स्टार ने भी हरियाणवी अंदाज में अभिवादन किया। मुलाकात के दौरान वेलकम ड्रिंक के तौर पर चाय-पानी लिया गया।
बातचीत में अक्षय कुमार ने उनके परिवार के बारे में भी जाना और अपनी फिल्म जॉली एलएलबी-3 को लेकर चर्चा की। जब मुलाकात खत्म हुई तो अक्षय कुमार ने खाने के लिए भी पूछा, लेकिन परिवार पहले ही भोजन कर चुका था, इसलिए उन्होंने मना कर दिया।
अक्षय को गिफ्ट किया-मॉडिफाई साइकिल अजीत का कहना है कि मेरी जिद थी कि मैं अक्षय कुमार से मिलूं, चाहे उसके लिए कितने भी दिन लग जाए। मैं जुहू बीच पर भी अक्षय कुमार के पोस्टर लेकर घूमा। मेरी पत्नी प्रियंका अक्षय कुमार के लिए मोडिफाई साइकिल गिफ्ट के तौर पर लेकर गई थी। उस साइकिल के मोटे मोटे टायर होते हैं। उन्होंने उपहार को स्वीकार भी कर लिया।
प्रियंका कहती हैं कि हम हरियाणवी वेशभूषा में इसलिए गए थे, ताकि हमारी संस्कृति को ऑल इंडिया लेवल पर अलग पहचान मिले। बेटे दक्ष ने बताया कि अक्षय सर ने मुझसे कहा- हमेशा अपने परिवार का ध्यान रखना है। ओलीना को अक्षय ने गोद में उठाकर कहा-तुम बहुत क्यूट हो।

अक्षय के साथ खड़े नजर आ रहे अजीत।
कोरोना काल में पड़ा ट्रैवलिंग का शौक, 12 देश घूम चुके अजीत बताते हैं कि उन्हें ट्रैवलिंग का बहुत शौक है। वह अब तक परिवार के साथ 12 देशों की यात्रा कर चुके हैं। इनमें इंग्लैंड, आयरलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, इजिप्ट, दुबई, मालदीव, फ्रांस, स्विट्जरलैंड शामिल हैं। उनका कहना है कि कब कहां जाना है, यह पहले से प्लान नहीं होता। बस मूड बना और निकल पड़े। अजीत बताते हैं कि 2019 से उन्हें ट्रैवलिंग का शौक चढ़ा, जब कोरोना काल का समय था। उनका मानना है कि अगर आप अपने शौक पूरे करते हैं तो परिवार भी उसमें शामिल करें। क्योंकि शौक केवल आपका नहीं बल्कि पूरे परिवार का होता है। उनके लिए ट्रेवलिंग का मतलब ही परिवार संग सफर करना है। अगर आप अकेले घूमते हैं तो मजा अधूरा होता है।
हरियाणवी कल्चर को बढ़ावा देना मकसद अजीत सिंह ने कहा कि हरियाणवी गेटअप और परिधान हमारी संस्कृति की पहचान हैं। जब भी हम हरियाणवी कपड़ों में होते हैं तो कोई भी आसानी से पहचान लेता है कि यह हरियाणा का है। उनका मानना है कि हरियाणवी कल्चर को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है और यही उनकी मुलाकात का मुख्य मकसद भी था।
भोला एक ही है, सपना पूरा हुआ अजीत सिंह ने कहा कि उनका बचपन से सपना था कि अगर कभी किसी फिल्म स्टार से मिलना है तो वह सिर्फ अक्षय कुमार ही होंगे। क्योंकि अक्षय एक यूनीक एक्टर हैं। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि भोला तो एक ही होता है, भोला बाबा सपनों में मिलता है, लेकिन हमें तो हकीकत में ही भोला मिल गए। ओह माई गॉड (OMG) में अक्षय ने भोले बाबा का गेटअप लिया था।

पानीपत मॉल में फिल्म देखने पहुंचा परिवार।
पूरा हॉल बुक कर फिल्म देखी, नाश्ता भी करवाया 19 सितंबर को ही अजीत मुंबई से पानीपत पहुंचे हैं। पहुंचते ही उन्होंने पानीपत में मॉल के मल्टीप्लेक्स में लगी जौली एलएलबी-3 देखने के लिए एक शो के लिए हॉल बुक कराया। फिल्म देखने के लिए परिवार के साथ हरियाणवी पहनावे में ही पहुंचे। यहां करीब 300 दर्शकों के लिए समोसे व कोल्ड ड्रिंक का इंतजाम किया। पूरे सफर पर शो बुकिंग पर कितना खर्च हुआ? इस सवाल पर अजीत बोले-

शौक की कोई कीमत नहीं होती। ये हरियाणा वाले हैं, जो ठाण लें, पूरा करकै दिखावे हैं।