
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान राम का जन्म उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगरी में त्रेतायुग में हुआ था. भगवान राम की लंका यात्रा का उल्लेख धर्म ग्रंथों में मिलता है. लेकिन क्या भगवान राम कभी पाकिस्तान भी गए थे. आइये जानते हैं.

सबसे पहले यह बता दें कि, रामायण काल में भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका आदि अलग-अलग देश नहीं हुआ करते थे. बल्कि इस पूरे क्षेत्र को ‘भारतवर्ष’ या फिर ‘जंबूद्वीप’ के नाम से जाना जाता था.

राम कथा में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश क्षेत्र को अयोध्या, नेपाल को जनकपुरी, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र क्षेत्र को दंडकारण्य, कर्नाटक को किष्किन्धा, और श्रीलंका को लंका जैसे स्थानों पर केंद्रित किया गया है.

कुछ मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने वनवास के दौरान अलग-अलग जंगलों से गुजरते हुए यात्रा की थी, जिनमें कुछ क्षेत्र आज के पाकिस्तान से सटे इलाकों तक फैले हों. लेकिन शास्त्रों में इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं मिलता है.

भगवान राम का जन्म ‘अयोध्या’ में, सीता का जन्म जनकपुरी (नेपाल), वनवास प्रारंभ चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), सीता हरण पंचवटी (नासिक) में, राम-हनुमान की भेंट किष्किन्धा (कर्नाटक), राम-रावण युद्ध लंका (श्रीलंका) में. इन प्रमुख स्थलों का जिक्र वाल्मीकि रामायण के श्लोकों में भी मिलता है, इसमें पाकिस्तान का जिक्र कहीं नहीं है.

ऐसे में साक्ष्य के रूप में तो यह नहीं कहा जा सकता कि, भगवान राम पाकिस्तान गए थे. लेकिन पाकिस्तान में भगवान राम के प्राचीन मंदिर जरूर हैं. कहा जाता है कि, भारत-पाक बंटवारे के समय ये मंदिर पाकिस्तान क्षेत्र में चली गई थी.
Published at : 29 Sep 2025 12:54 PM (IST)