
शनिदेव की सही विधि से पूजा करना जरूरी है. पूजा करते समय विशेष सावधानी रखना जरूरी होता है. छोटी सी गलती भी शनिदेव को नाराज कर सकती है. इससे आपको मनचाहा फल नहीं मिलेगा. बल्कि नुकसान होने की संभावना बढ़ सकती है. इसलिए सही विधि से पूजन कर शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है. इससे घर में सुख-शांति आती है. महिलाओं के लिए शनिदेव की पूजा करने के लिए कुछ नियम बताए गए हैं. आइए जानते हैं उनके बारे में-

महिलाओं को शनिदेव की मूर्ति के सीधे सामने खड़ा नहीं होना चाहिए. उनकी आंखों में आंखें मिलाने से बचना चाहिए. शनिदेव की पूजा शनि यंत्र, चित्र या उनकी छाया के माध्यम से करें.

शनिदेव की पूजा में महिलाओं को मूर्ति को स्पर्श करने से बचना चाहिए और प्रतिमा पर तेल नहीं चढ़ाना चाहिए. इसके बजाय एक कटोरी में सरसों का तेल अर्पित करें और दीपक जलाएं. तेल को छूने से बचें.

वैसे महिलाओं को शनि पूजा से बचना चाहिए जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती है. उनकी महादशा चल रही है. ऐसे में किसी ज्योतिष से सलाह लेकर ही पूजन करना चाहिए.

शास्त्रों में शनिदेव की पूजा के समय काले कपड़े पहनना शुभ माना गया है. यह रंग शनिदेव का प्रिय माना जाता है और इससे सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है.

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शनिदेव या भैरव के मंदिर में नहीं जाना चाहिए. मान्यता है कि इससे महिलाओं को नुकसान हो सकता है. पूजा करते समय मन और शरीर दोनों की पवित्रता का ध्यान रखें. सबसे अच्छा है कि वे घर पर ही शनिदेव की पूजा करें.
Published at : 18 Oct 2025 07:00 AM (IST)