
साइबर हमला एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति या समूह तकनीकी कमजोरियों का फायदा उठाकर कंप्यूटर सिस्टम में अनधिकृत पहुंच हासिल करता है. इसका उद्देश्य अलग-अलग हो सकता है जैसे डाटा चोरी करना, सिस्टम को क्रैश करना, ब्लैकमेल करना या फिर आर्थिक नुकसान पहुंचाना.

साइबर अटैक कई तरीकों से किए जाते हैं और हर तरीके के पीछे एक अलग तकनीक होती है. कुछ प्रमुख तकनीकें नीचे दी गई हैं. Phishing सबसे आम साइबर हमला है जिसमें हैकर्स नकली ईमेल या मैसेज भेजते हैं जो असली कंपनी के जैसे लगते हैं. यूज़र जब उन पर क्लिक करता है या अपनी जानकारी दर्ज करता है तो उसका पासवर्ड, बैंक डिटेल या पर्सनल डेटा चोरी हो जाता है.

मैलवेयर एक तरह का खतरनाक सॉफ्टवेयर होता है जो आपके डिवाइस में घुसकर फाइल्स को खराब करता है या डेटा चुरा लेता है. इसमें वायरस, ट्रोजन, स्पाईवेयर और रैनसमवेयर जैसे प्रोग्राम शामिल होते हैं.

Ransomware तकनीक में हैकर सिस्टम को लॉक कर देता है और उसे अनलॉक करने के लिए फिरौती (ransom) मांगता है. कई बार बड़ी कंपनियां अपने डाटा को वापस पाने के लिए लाखों रुपये तक चुका देती हैं.

DDoS Attack एक ऐसा हमला है जिसमें किसी वेबसाइट या सर्वर पर एक साथ हजारों रिक्वेस्ट भेजी जाती हैं. इससे सिस्टम ओवरलोड होकर बंद पड़ जाता है. यह तकनीक अक्सर बड़ी कंपनियों और सरकारी वेबसाइट्स को निशाना बनाती है.

Keylogging में हैकर्स ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करते हैं जो यूज़र के कीबोर्ड पर टाइप की गई हर कुंजी को रिकॉर्ड करता है. इससे पासवर्ड और लॉगिन डिटेल्स आसानी से चुराई जा सकती हैं.

अब साइबर अपराधी AI (Artificial Intelligence) और Machine Learning का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. ये तकनीकें हमलों को ज्यादा स्मार्ट और तेज़ बनाती हैं. उदाहरण के लिए, AI से हैकर्स नकली वॉइस कॉल या डीपफेक वीडियो बनाकर लोगों को धोखा दे सकते हैं.

साइबर अटैक से बचने के लिए कुछ सावधानियां बेहद जरूरी हैं. मजबूत और यूनिक पासवर्ड का उपयोग करें. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन रखें. संदिग्ध लिंक या ईमेल पर क्लिक न करें. सिस्टम और एंटीवायरस को अपडेटेड रखें.
Published at : 22 Oct 2025 02:55 PM (IST)
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