क्रिकेट की दुनिया में डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन करने का सपना हर खिलाड़ी का होता है. अगर कोई खिलाड़ी अपने पहले ही वनडे मैच में अर्धशतक ठोक दे, तो उसे लगता है कि उसका करियर अब आगे बढ़ेगा, लेकिन कई ऐसे उदाहरण भी हैं, जहां खिलाड़ियों ने अपने डेब्यू मैच में कमाल का प्रदर्शन किया, पर उन्हें फिर कभी दूसरा मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उनकी एक पारी बेहतरीन होने के बावजूद उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं किया गया, और वे गुमनामी की दुनिया में खो गए. आइए जानते हैं ऐसे ही 5 दुर्भाग्यशाली बल्लेबाजों के बारे में, जिन्होंने वनडे डेब्यू में फिफ्टी तो लगाई, लेकिन उसके बाद उनका अंतरराष्ट्रीय करियर थम गया.
वनडे डेब्यू में फिफ्टी जड़ने वाले 5 बल्लेबाज
1. किम बार्नेट – 84 रन
इंग्लैंड के बल्लेबाज किम बार्नेट के नाम एक वनडे मैच खेलने वाले बल्लेबाजों में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड है. बार्नेट ने 1988 में श्रीलंका के खिलाफ 84 रनों की शानदार पारी खेली थी. उन्होंने इस पारी में एक भी बाउंड्री नहीं लगाई थी. वह इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच भी बने थे. हालांकि, वह दोबारा कभी वनडे क्रिकेट नहीं खेले.
2. बेन फॉक्स – 61 रन
इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फॉक्स का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. हालांकि फॉक्स ने इंग्लैंड के लिए 25 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वनडे करियर का सफर केवल एक मैच तक ही सीमित रहा. फॉक्स ने 2019 में आयरलैंड के खिलाफ अपने एकमात्र वनडे मैच में 61 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
3. जुबैर हमजा – 56 रन
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज जुबैर हमजा भी एकमात्र वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. साल 2021 में हमजा ने अपने डेब्यू वनडे मैच में 56 रनों की लाजवाब पारी खेली थी. हमजा 2021 में डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए थे, जिसके बाद उनपर बैन लग गया था. लेकिन वह अब क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं. वापसी के बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट मैच भी खेला.
4. फैज फजल- 55 रन
भारत के बल्लेबाज फैज फजल ने भी केवल एक वनडे मैच खेला है. फजल ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने 55 रनों की नाबाद पारी खेली थी. फैज के करियर का ये आखिरी मैच साबित हुआ और वह अब क्रिकेट से संन्यास भी ले चुके हैं.
5. एशले वुडकॉक- 53 रन
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज एशले वुडकॉक का भी नाम इस लिस्ट में शामिल है. वुडकॉक ने 1974 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला और आखिरी वनडे मैच क्राइस्टचर्च में खेला था, जिसमें उन्होंने 53 रनों की पारी खेली थी.