Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 की शुरुआत में टीम इंडिया ने यूएई को 9 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की. इस मैच में सबसे ज्यादा चर्चा ऑलराउंडर शिवम दुबे की रही, जिन्होंने 2 ओवर में केवल 4 रन देकर 3 विकेट झटके और विपक्षी बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी. गेंदबाजी में उनके प्रदर्शन ने भारतीय टीम की जीत की नींव रखी जिसके चलते एक बार फिर उनकी तुलना हार्दिक पंड्या से होने लगी है, लेकिन इस तुलना को लेकर शिवम दुबे ने साफ कह दिया है कि यह गलत है.
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में दुबे ने कहा, “हार्दिक मेरे लिए भाई जैसे हैं. उनसे मैं लगातार सीखता हूं. उनके पास आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट का बहुत ज्यादा अनुभव है. मेरी तुलना उनसे करना गलत है, क्योंकि मैं अभी सीखने के दौर में हूं और मेरा पूरा फोकस उनसे अनुभव लेकर खुद को बेहतर बनाने पर है.”
लगातार मजबूत हो रहे हैं दुबे
पिछले कुछ महीनों में शिवम दुबे भारतीय टीम के लिए अहम खिलाड़ी बनकर उभरे हैं. बल्लेबाजी में उनकी पावर-हिटिंग पहले से ही उनकी पहचान रही है, लेकिन अब गेंदबाजी में भी वह टीम को विकल्प दे रहे हैं. यूएई के खिलाफ उनकी गेंदबाजी ने साबित कर दिया कि कप्तान सूर्यकुमार यादव और हेड कोच गौतम गंभीर का उन पर भरोसा सही है.
पाकिस्तान मैच पर सबकी नजर
भारत का अगला मैच 14 सितंबर को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ होगा. इस हाई-वोल्टेज मुकाबले से पहले दुबे ने कहा, “मैं चाहे किसी भी टीम के खिलाफ खेलूं, मेरी कोशिश यही रहती है कि गंभीर भाई (कोच) और कप्तान सूर्यकुमार यादव की सिखाई हुई बातों पर ध्यान दे सकूं. भारत के लिए खेलना अपने आप में जिम्मेदारी और सम्मान की बात है.”
फैंस को भी अब उम्मीद है की पाकिस्तान के खिलाफ दुबे बल्ले और गेंद दोनों से दम दिखाएंगे.
मोर्ने मोर्कल से मिली मदद
दुबे ने अपनी गेंदबाजी में सुधार का श्रेय भारतीय टीम के बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल को दिया है. उन्होंने बताया कि मोर्कल ने उनका रनअप छोटा कराया और ऑफ स्टंप से बाहर की लाइन पर गेंदबाजी करने की सलाह दी. उनकी इस सलाह का असर अब साफ दिखने लगा है.
साथ ही, दुबे ने बताया कि उन्होंने पिछले दो महीनों में अपनी फिटनेस पर भी काफी मेहनत की है. यही वजह है कि उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में निखार आया है.
शिवम दुबे फिलहाल टीम इंडिया के लिए एक भरोसेमंद ऑलराउंडर साबित हो रहे हैं. उनकी तुलना भले ही हार्दिक पंड्या से की जा रही हो, लेकिन दुबे का मानना है कि वे अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं. अगर उनका प्रदर्शन इसी तरह जारी रहा, तो एशिया कप और फिर वर्ल्ड कप में भारत को एक नया मैच-विनर मिल सकता है.