1 घंटे पहलेलेखक: ईफत कुरैशी
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ये अनसुनी दास्तान है साउथ की पॉपुलर एक्ट्रेस निवेदिता जैन की। वो एक रोज देर रात अपने घर की छत पर थीं। घरवालों से उन्होंने कह रखा था कि वो छत पर कैटवॉक की प्रैक्टिस करने जा रही हैं। कुछ ही देर हुई थी कि घरवालों को कुछ गिरने की जोरदार आवाज आई।
परिवार हड़बड़ाहट में बाहर पहुंचा तो देखा कि एक्ट्रेस निवेदिता खून से लथपथ फर्श पर पड़ी कराह रही थीं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। ब्रेन इंजरी के चलते उनकी सर्जरी की गई। अगले दिन उन्हें होश आया, लेकिन फिर वो कोमा में चली गईं। 24 दिनों तक कोमा में रहने के बाद निवेदिता ने दम तोड़ दिया।
निवेदिता की मौत के बाद एक डायरेक्टर ने खुलासा किया था कि एक ज्योतिष ने 2 साल पहले ही उनकी अकाल मृत्यु की भविष्यवाणी की थी, जिससे एक्ट्रेस डरी हुई रहती थीं। एक्ट्रेस की महज 19 साल की उम्र में हुई मौत सवालों में रही।
आखिर छत पर ऐसा क्या हुआ, जिससे वो दूसरी मंजिल से गिर गईं। क्या ये मुमकिन था कि उन्होंने आत्महत्या के लिए दूसरी मंजिल से छलांग लगाई थी। ये महज हादसा था, आत्महत्या या कोई साजिश, जानिए आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में-

निवेदिता जैन का जन्म 9 जून 1979 को बैंगलोर, कर्नाटक में हुआ था। उनके पिता राजेंद्र जैन आर्मी कैप्टन थे और मां का नाम गौरी प्रिया था। देखने में बेहद खूबसूरत निवेदिता का बचपन से ही ग्लैमरस वर्ल्ड की तरफ झुकाव था।
यही वजह रही कि कम उम्र में हुनर आजमाने के लिए उन्होंने ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। निवेदिता महज 15 साल की थीं, जब उन्होंने मिस बैंगलोर का खिताब हासिल किया था। इसके बाद से ही उन्हें कई मॉडलिंग प्रोजेक्ट मिलने लगे।

निवेदिता जैन ने 15 साल की उम्र में मॉडलिंग शुरू की थी।
कन्नड़ सुपरस्टार राजकुमार ने नजर पड़ते ही बनाया हीरोइन
निवेदिता महज 16 साल की थीं, जब उन पर कन्नड़ सुपरस्टार राजकुमार की नजर पड़ी। उन्होंने पहली नजर में ही निवेदिता का हुनर परख लिया, जिसके बाद उनके होम प्रोडक्शन हाउस ने निवेदिता को दो फिल्मों के लिए साइन किया।
निवेदिता की पहली फिल्म 1996 में रिलीज हुई शिवा-रंजनी रही, जिसके प्रोड्यूसर कन्नड़ स्टार राजकुमार थे। इस फिल्म में उनके बेटे राघवेंद्र राजकुमार को कास्ट किया गया था।

निवेदिता जैन की दूसरी फिल्म शिव सैन्या का पोस्टर।
इसके ठीक बाद उसी साल निवेदिता ने राजुकमार के प्रोडक्शन की दूसरी फिल्म शिवा-सैन्या में काम किया, जिसमें उनके अपोजिट शिवा राजकुमार को कास्ट किया गया था। दोनों ही फिल्में हिट रहीं, जिनसे निवेदिता को कन्नड़ सिनेमा में अच्छी-खासी पहचान मिल गई। इन दो फिल्मों की बदौलत निवेदिता को तमिल और तेलुगु फिल्में भी ऑफर होने लगीं।
बढ़ती पॉपुलैरिटी के साथ ही निवेदिता की साल 1997 में एक-दो नहीं बल्कि 5 फिल्में रिलीज हुईं। उन्होंने रमेश अरविंद स्टारर 1997 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म अमृत वर्षिनी में कैमियो भी किया था। इसके अलावा वो नी मुदिदा मालिगे, बालिदा माने, तोकालेनी पिट्टा और प्रेमा रागा हाडू गेलाथी में भी नजर आईं।
तबू के साथ की थी फिल्म
साल 1998 में निवेदिता जैन की 3 फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें थाइन मनिकोणी, बालिना दारी, सुत्रधार शामिल रहीं। फिल्म थाइन मनिकोणी में निवेदिता ने अर्जुन सरजा और तबू के साथ स्क्रीन शेयर की थी, जो काफी हिट रही थी।
इसी फिल्म के बाद निवेदिता को अर्जुन सरजा के साथ पॉपुलर डायरेक्टर सेल्वा की फिल्म थेनाली राजा में लीड रोल दिया गया था, हालांकि कुछ दिक्कतों के चलते ये फिल्म बंद कर दी गई।

फिल्म थेनाली राजा के बंद होने के बाद निवेदिता ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया। उन्होंने नई फिल्में साइन करना बंद कर दिया और मिस इंडिया बनने का बचपन का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने दोबारा मॉडलिंग की तरफ रुख कर लिया। वो मिस इंडिया ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लेना चाहती थीं, जिसके लिए उन्हें तैयारी की जरूरत थी।
लुक्स के बाद इस पेजेंट के लिए सबसे जरूरी थी उनकी वॉक। यही वजह थी कि वो समय मिलते ही हमेशा कैटवॉक की प्रैक्टिस शुरू कर देती थीं। निवेदिता बैंगलोर के पॉश इलाके राजेश्वरी नगर के दो मंजिला घर में रहती थीं।
17 मई 1998 की बात है
निवेदिता ने रात को खाना खाया और छत पर चली गईं। उनका घर दो मंजिला था, जिसकी ऊंचाई 35 फीट थी। उन्होंने घरवालों से कहा था कि वो छत पर कैटवॉक की प्रैक्टिस करेंगी। कुछ ही देर बाद घरवालों ने एक जोरदार आवाज सुनी। बाहर निकलकर देखा तो निवेदिता खून से लथपथ कराह रही थीं।
हड़बड़ी में परिवार कुछ समझ नहीं सका। उन्हें तुरंत माल्या हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पता चला कि उन्हें मल्टीपल हेड इंजरी हुई हैं, साथ ही उनके शरीर में मल्टीपल फ्रैक्चर भी हुए हैं। हॉस्पिटल के बेस्ट डॉक्टर्स ने उनकी अर्जेंट सर्जरी की।
24 घंटों तक निवेदिता को होश नहीं आया। फिक्रमंद होकर उनके पिता ने कुछ गुरुओं से बात की और उनकी सलाह पर बेटी का नाम निवेदिता जैन से निवेदिता रिंकी कर दिया। उनसे कहा गया था कि नाम बदलने से उनकी बेटी की हालत में सुधार आ सकता था, लेकिन जख्म इतने गहरे थे कि किसी बात का कोई असर नहीं हुआ।
ठीक एक दिन बाद निवेदिता कुछ समय के लिए होश में आईं, लेकिन फिर उन्होंने रिस्पॉन्स देना बंद कर दिया, जिसके बाद वो कोमा में चली गईं। निवेदिता पूरे 24 दिनों तक कोमा में रहीं और 10 जून 1998 की सुबह 11 बजे डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
निवेदिता की मौत को उनके परिवार ने हादसा कहा। परिवार ने कहा कि वो छत की मुंडेर पर चलकर कैटवॉक की प्रैक्टिस करते हुए नीचे गिरी होंगी। हालांकि कई लोगों ने उनकी मौत को हादसा मानने से इनकार कर दिया।
एशिया नेट की रिपोर्ट के अनुसार, निवेदिता जैन के गिरने के समय ही उनके घर के पास तेज रफ्तार से जाती हुई सफेद लग्जरी कार देखी गई थी, जो एक राजनेता की थी। तब ये खबरें थीं कि निवेदिता की मौत के पीछे किसी बड़े राजनेता का हाथ हो सकता है।
वहीं, ये भी खबरें रहीं कि निवेदिता ने आत्महत्या की थी। फैंस के ये आरोप भी रहे कि परिवार ने ही निवेदिता की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन पुलिस जांच में इन सभी दावों को बेबुनियाद कहा गया और इसे एक्सीडेंटल डेथ करार दिया गया।

एक ज्योतिष ने की थी अकाल मृत्यु की भविष्यवाणी
निवेदिता जैन की मौत के बाद कन्नड़ सिनेमा के पॉपुलर डायरेक्टर रघुराम ने ब्लॉग शेयर कर बताया था कि उनकी मौत से कुछ समय पहले ही एक ज्योतिष ने उनकी अकाल मृत्यु की भविष्यवाणी कर दी थी। उन्होंने ब्लॉग में लिखा कि कोल्लूर में निवेदिता ने फिल्म प्रेमा राग गद्दा गेलाथी की शूटिंग की थी, जिसे सुनील कुमार देसाई ने डायरेक्ट किया था।
उस समय शूटिंग के सेट पर एक ज्योतिष आया था, जिसके पास एक तोता था। वो तोते की मदद से लोगों को उनका भाग्य बता रहा था। जब निवेदिता को इस तोता शास्त्र के बारे में पता चला तो वो भी उस ज्योतिष के पास गईं।
ज्योतिष ने काफी देर तक निवेदिता के हाथों की रेखाएं देखीं और कहा कि आपके पास ज्यादा समय नहीं है। आपकी जो भी इच्छाएं हैं वो आप जल्द से जल्द पूरी कर लीजिए।
ये सुनकर निवेदिता काफी परेशान हुईं। उन्होंने यही बात अपने दोस्तों से भी शेयर की थी। इसके अलावा उन्होंने सीनियर जर्नलिस्ट विजय सारथी से भी इसे साझा किया था, जिन्होंने बाद में ये बात डायरेक्टर रघुराम को बताई थी।
रघुराम ने कहा था कि उन्होंने निवेदिता के परिवार को ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन दो साल की मशक्कत के बावजूद उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
ये अपनी तरह का इकलौता मामला नहीं है, जब किसी फिल्मी हस्ती का निधन इस तरह ऊंचाई से गिरने से हुआ है।
दिव्या भारती- बॉलीवुड स्टार दिव्या भारती की मौत भी उनके पांचवी मंजिल के अपार्टमेंट की बालकनी से गिरने से हुई थी।
निकिता- ओडिया एक्ट्रेस निकिता की भी साल 2019 में अपने घर की छत से गिरने से मौत हुई थी। एक्ट्रेस छत पर थीं, जब उनकी पति से किसी बात पर बहस हुई और फिर हाथापाई होने लगी। झगड़े में ही निकिता छत से गिर गईं, जिससे उनकी मौत हो गई।
पार्क सू रयून- कोरियन एक्ट्रेस पार्क सू रयून की भी साल 2023 में सीढ़ियों से गिरकर मौत हुई थी। एक्ट्रेस महज 29 साल की थीं।
एन्ना पोली- ओनली फेम मॉडल और एक्ट्रेस एना पोली की इसी साल बालकनी से गिरकर मौत हुई है। वो अपार्टमेंट में दो को-स्टार्स के साथ एक मूवी शूट कर रही थीं, तभी बैलेंस बिगड़ने से हादसा हो गया।
यू मेंगलोंग- चीनी एक्टर और सिंगर यू मेंगलोंग का भी इसी साल बीजिंग की ऊंची इमारत की पांचवीं मंजिल से गिरने से निधन हुआ है। 17 सितंबर को दोस्तों के साथ डिनर करने के बाद एक्टर अपने कमरे में गए थे। सुबह जब दोस्त उठे तो वो कहीं दिखे नहीं।
दोस्तों ने छानबीन की तो देखा कि उनके कमरे की खिड़की टूटी हुई है। बाद में पता चला कि वो कमरे की खिड़की से नीचे गिर गए।