पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती ।
हरियाणा के पिंजौर में सड़क हादसे का शिकार हुए पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत में कुछ सुधार देखा गया है। फोर्टिस मोहाली के डॉक्टर्स के मुताबिक, चार लाइफ सपोर्ट मशीनों में से तीन हटाई जा चुकी हैं, लेकिन वह अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और होश में नह
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उनकी निगरानी न्यूरोसर्जरी और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की टीम कर रही है। वहीं, उनका हाल जानने के लिए काफी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं, परिवार का कहना है कि उसके लिए दुआ करे।
अब तक तीन मेडिकल बुलेटिन जारी
- 27 सितंबर– दोपहर 1:45 बजे राजवीर जवंदा को फोर्टिस अस्पताल, मोहाली लाया गया। सड़क हादसे में उन्हें सिर और रीढ़ की गंभीर चोटें आई थीं, डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें पहले कार्डियक अरेस्ट भी हुआ था। अस्पताल पहुंचते ही उन्हें एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट पर रखा गया। हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी।
- 28 सितंबर– डॉक्टरों ने बताया कि राजवीर अभी भी वेंटिलेटर पर हैं। न्यूरोसर्जरी और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की टीम लगातार निगरानी और इलाज कर रही है।
- 29 सितंबर– डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति में मामूली सुधार है, लेकिन वह अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। उनकी निगरानी न्यूरोसर्जरी और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की टीम कर रही है।

रविवार को सीएम भगवंत मान अस्पताल में पहुंचकर सिंगर का हाल जानते हुए।
रविवार को CM मान पहुंचे थे अस्पताल पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत जानने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रविवार दोपहर को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल पहुंचे थे। वहां उन्होंने डॉक्टरों से जवंदा की तबीयत को लेकर अपडेट ली। सीएम ने कहा था कि शनिवार के मुकाबले जवंदा की हालत में थोड़ा सुधार हुआ है। उस दिन कई पंजाबी सिंगर्स भी अस्पताल पहुंचे थे और सभी ने उनके जल्द ठीक होने की अरदास की थी।
सांडों की वजह से जीप से टकराई बाइक राजवीर जवंदा का एक्सीडेंट 27 सितंबर (शनिवार) को पिंजौर-नालागढ़ रोड पर हुआ। वे बाइक से बद्दी से शिमला जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, रोड पर दो सांड आपस में लड़ रहे थे, जिनसे बचने के चक्कर में जवंदा की बाइक सामने से आ रही जीप से टकरा गई।
जवंदा को दो बार किया रेफर मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद जवंदा को पास के शौरी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर विमल के मुताबिक, उनकी हालत इतनी गंभीर थी कि उन्हें बाहर ही चेक करना पड़ा। वे बेसुध थे और पल्स बहुत धीमी थी। प्राथमिक इलाज के बाद पहले पंचकूला रेफर किया गया, फिर हालत गंभीर देखते हुए मोहाली के फोर्टिस अस्पताल भेजा गया।

