Test Records: भारतीय क्रिकेट की पहचान हमेशा उसकी शानदार बल्लेबाजी से रही है. इतिहास में कई ऐसे मौके आए जब टीम इंडिया के दो बल्लेबाजों ने मिलकर विरोधी टीम को पूरी तरह पस्त कर दिया. आइए जानते हैं भारत की टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पांच साझेदारियों के बारे में, जिन्होंने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया है.
पंकज रॉय और वीनू मांकड़ (बनाम न्यूजीलैंड, चेन्नई, 1956)
भारत की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड आज भी पंकज रॉय और वीनू मांकड़ के नाम दर्ज है. दोनों ने पहली विकेट के लिए 413 रन की शानदार साझेदारी की थी. यह रिकॉर्ड 1956 में चेन्नई टेस्ट में बना था. इस पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और दोनों बल्लेबाजों ने उस समय की सीमित संसाधनों के बावजूद शानदार धैर्य और तकनीक दिखाई.
वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ (बनाम पाकिस्तान, लाहौर, 2006)
2006 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में खेली गई यह साझेदारी भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए यादगार है. इस मैच में वीरेंद्र सहवाग ने अपने आक्रामक अंदाज में 254 रन ठोके, जबकि राहुल द्रविड़ ने 128 रन बनाकर भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई. दोनों के बीच हुई 410 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को थका कर रख दिया था.
वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ (बनाम ऑस्ट्रेलिया, कोलकाता, 2001)
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में हुआ यह मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार मुकाबलों में से एक है. वीवीएस लक्ष्मण और द्रविड़ की 376 रनों की साझेदारी ने भारत को फॉलोऑन के बाद शानदार जीत दिलाई थी. इस दौरान लक्ष्मण ने 281 और द्रविड़ ने 180 रन बनाए. इस मैच को ‘मिरेकल ऑफ ईडन गार्डन्स’ कहा जाता है.
मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा (बनाम ऑस्ट्रेलिया, हैदराबाद, 2013)
2013 में हैदराबाद टेस्ट में विजय और पुजारा की जोड़ी ने शानदार बल्लेबाजी की थी. दोनों ने दूसरी विकेट के लिए 370 रन जोड़े. पुजारा ने 204 जबकि विजय ने 167 रन बनाकर अहम योगदान दिया था. इस साझेदारी ने भारत को पारी और 135 रनों की बड़ी जीत दिलाई थी.
अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली (बनाम न्यूजीलैंड, इंदौर, 2016)
2016 में इंदौर टेस्ट में विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने चौथी विकेट के लिए 365 रन की साझेदारी कर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की कमर तोड़ दी थी. इस साझेदारी में कोहली ने 211 और रहाणे ने 188 रन बनाए. यह जोड़ी आधुनिक भारतीय क्रिकेट में तकनीक और आक्रामकता का बेहतरीन उदाहरण है.