क्रिकेट जगत से एक भावुक खबर सामने आई है. इंग्लैंड और केंट की पूर्व क्रिकेटर सूसी विल्सन-रोव ने खुलासा किया है कि वे स्टेज-4 लंग कैंसर (Exon 20 नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर) से जूझ रही हैं. 38 वर्षीय सूसी का यह कैंसर उनके रीढ़ और लिंफ नोड्स तक फैल चुका है. इंग्लैंड की ओर से 23 टी20 मैच खेलने वाली सूसी ने अपनी बीमारी की जानकारी देते हुए कहा कि वे चाहती हैं कि लोग समय रहते अपने शरीर के संकेतों को समझें और जांच करवाने में देर न करें.
प्रेगनेंसी के दौरान हुई बीमारी की पहचान
सूसी ने बताया कि यह सब तब शुरू हुआ जब वे अपने बेटे जैक को जन्म देने वाली थी. उन्हें लगातार पसलियों और कंधे के पास दर्द महसूस हो रहा था. शुरुआत में इसे मामूली मांसपेशियों का खिंचाव समझकर नजरअंदाज किया गया, लेकिन सूसी ने बार-बार जांच कराने पर जोर दिया. आखिरकार डॉक्टरों ने उनके फेफड़े में ट्यूमर पाया, और बाद की जांचों से पता चला कि कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल चुका है.
सूसी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “शरीर जब कुछ कहता है, तो उसे अनदेखा मत कीजिए. जल्दी जांच कराना ही जीवन बचा सकता है.”
शानदार क्रिकेट करियर
लंदन में जन्मी सूसी विल्सन-रोव ने केंट अंडर-11 टीम से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने केंट वुमेंस टीम के लिए 79 मैच खेले और 2006 से 2012 के बीच पांच बार काउंटी चैम्पियनशिप खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा, उन्होंने 2011 और 2012 में नेशनल वुमेंस टी20 ट्रॉफी भी टीम के साथ जीती।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सूसी ने 2011 से 2013 के बीच इंग्लैंड की ओर से 23 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. 2021 में उन्होंने संन्यास लिया, लेकिन इसके बाद भी युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने और मेंटोर की भूमिका में खेल से जुड़ी रही.
परिवार का मजबूत साथ
सूसी की पत्नी जेनिफर विल्सन, जो तीन बार ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी रह चुकी हैं, इस मुश्किल समय में उनका सबसे बड़ा सहारा बनी हुई हैं. मार्च 2025 में दोनों ने बेटे जैक का स्वागत किया था. जेनिफर इस समय दक्षिण लंदन के एक स्कूल में कार्यरत हैं और परिवार ने कहा है कि वे सूसी के साथ सकारात्मक सोच के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे.
हिम्मत की मिसाल
सूसी फिलहाल कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी का इलाज ले रही हैं और डॉक्टरों के अनुसार उनकी सेहत में सुधार के संकेत मिल रहे हैं. केंट क्रिकेट क्लब ने बयान जारी करते हुए कहा, “सूसी ने क्रिकेट को सिर्फ खेल नहीं, एक प्रेरणा दी है. उनका साहस, दया और समर्पण हर खिलाड़ी के लिए मिसाल है.”