‘ऐश्वर्या की 4 सेकंड की झलक देख पूरा देश थम गया’, बौखला गए थे डायरेक्टर, बोले- 5 हजार कॉल्स आए – aishwarya rai 1993 ad story aamir khan prahlad kakkar reveals tmova

‘ऐश्वर्या की 4 सेकंड की झलक देख पूरा देश थम गया’, बौखला गए थे डायरेक्टर, बोले- 5 हजार कॉल्स आए – aishwarya rai 1993 ad story aamir khan prahlad kakkar reveals tmova


1990 के दशक में कई ऐसे यादगार विज्ञापन बने जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं. उन्हीं में से एक था मशहूर कोल्ड ड्रिंक का ऐड, जिसमें आमिर खान और ऐश्वर्या राय बच्चन नजर आए थे. उस समय ऐश्वर्या बहुत बड़ी स्टार नहीं थीं. तब आमिर ने कुछ ही फिल्में की थीं और ऐश्वर्या तब कॉलेज में पढ़ रही थीं. लेकिन उनकी एक झलक ने ऑडियन्स को दीवाना बना दिया था.  

कॉलेज गर्ल थीं ऐश्वर्या

हाल ही में ANI से बातचीत में मशहूर विज्ञापन निर्माता प्रहलाद कक्कड़ ने बताया कि कैसे 1993 के इस पेप्सी विज्ञापन में ऐश्वर्या राय की सिर्फ कुछ सेकंड की झलक ने पूरे देश को कायल कर दिया था. उन्होंने कहा कि यह विज्ञापन ही था जिसने उस समय की एक मामूली सी कॉलेज स्टूडेंट को पहचान दिलाई.

प्रहलाद ने बताया, “सबसे मुश्किल काम था कास्टिंग करना. हमें उस ऐड के लिए सही चेहरों की जरूरत थी. ऐश्वर्या उस समय अनजान थीं. हमें ऐसी लड़की चाहिए थी जो सिर्फ चार सेकंड में लोगों का ध्यान खींच ले, जिससे पूरा देश कहे- ‘वाह, ये लड़की कौन है?’ और बिल्कुल वही हुआ.”

प्रहलाद ने बताया कि उनके पास इतने कॉल आए कि वो बौखला गए थे. उन्होंने आगे कहा,“जिस दिन ऐड रिलीज हुआ, अगले ही दिन मुझे करीब 5,000 फोन कॉल्स आए. लोग पूछ रहे थे, ‘संजू कौन है? (विज्ञापन में ऐश्वर्या के किरदार का नाम) वो कहां से आई है?”

फटी जींस पहने हुए थीं ऐश्वर्या

प्रहलाद, जो इस ऐड के पीछे की सोच थे, उन्होंने बताया कि उन्हें ऐश्वर्या की आंखों ने मोहित कर लिया था. वो बो ले,“मैं किसी भी लड़की से संतुष्ट नहीं था, कोई भी वैसा प्रभाव नहीं डाल पा रही थी. मुझे बहुत खास चेहरा चाहिए था, जो चार सेकंड में दुनिया को रोक दे. फिर कुछ लड़कियों ने मुझे ऐश्वर्या से मिलवाया, कंधे पर झोला टांगे, फटी जींस में, खुले बालों के साथ. वो आर्किटेक्चर कॉलेज में पढ़ती थीं.”

प्रहलाद ने आगे कहा कि,“मैंने उन्हें देखा और कहा — ‘क्या यही वो है?’ हमने उनका मेकअप टेस्ट लिया. लेकिन जिसने मुझे रोक लिया, वो थीं उनकी आंखें. जब मैंने उनकी आंखों में देखा, तो लगा जैसे पूरा ब्रह्मांड उनमें समाया हो. उनके मूड के साथ उनकी आंखों का रंग भी बदल जाता था- कभी ग्रे, कभी हरा, कभी नीला. ये सब देखकर मैं दंग रह गया. जब हमने उन्हें तैयार किया, तो वो बस जादुई लग रही थीं.”

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